बागपत। महिला अस्पताल में चिकित्सक व कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सीएमओ कार्यालय पर भाकियू का धरना बृहस्पतिवार को जारी रहा। चिकित्सक को बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी केवल आशा पर कार्रवाई की तैयारी करने लगे तो इसको लेकर भाकियू नेता भड़क गए। उनकी अधिकारियों से नोकझोंक हो गई। बाद में एडीएम ने पहुंचकर मामला शांत कराया और जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
सीएमओ कार्यालय पर भाकियू पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने खेकड़ा के यादव चौक के रहने वाले इमरान की पत्नी का प्रसव कराने के नाम पर पांच हजार रुपये मांगने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठे थे। बृहस्पतिवार को धरनास्थल पर वार्ता करने के लिए सीएमओ डॉ़ तीरथलाल व सीएमएस डॉ़ सुमन कुमार चौधरी पहुंचे। उन्होंने आशा पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया तो भाकियू नेता भड़क गए।
दिल्ली एनसीआर के महासचिव प्रदीप धामा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग आशा पर कार्रवाई कर खानापूर्ति करना चाहता है। चिकित्सक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। चिकित्सक के खिलाफ भी कार्रवाई को लेकर अधिकारियों के साथ नोकझोंक हुई। बाद में एडीएम पंकज वर्मा व एसडीएम अविनाश त्रिपाठी ने पहुंचकर मामला शांत कराया। उन्होंने जांच करने के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन कर एक सप्ताह में कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
एडीएम के आश्वासन के बाद धरना समाप्त किया गया। भाकियू नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह में कार्रवाई नहीं हुई तो वह जिला अस्पताल में धरने पर बैठेंगे। इस दौरान जिलाध्यक्ष प्रताप गुर्जर, राजेंद्र सिंह प्रधान, उपेंद्र, अंकित ठाकुर, जितेंद्र वर्मा, देवकांत शर्मा, संजय कुमार, विजयपाल चौधरी, सूरज कुमार मौजूद रहे।