बागपत। ढिकौली गांव में एमजीएम इंटर कालेज के चेयरमैन के चुनाव को लेकर हिस्ट्रीशीटर प्रवीण उर्फ बब्बू की हत्या की गई। प्रवीण को पांच गोलियां मारी गईं। हिस्ट्रीशीटर ज्ञानेंद्र ढाका अपने करीबी को चुनाव लड़ाना चाहता था, जबकि पहले भी कॉलेज समिति का चेयरमैन रह चुका प्रवीण उर्फ बब्बू भी दोबारा तैयारी कर रहा था। वहां बब्बू के सिर पर बलकटी से भी वार किया गया। उसे बचाने आए पूर्व प्रधान समेत तीन लोगों को भी घायल कर दिया।
ढिकौली गांव के पूर्व प्रधान जयकुमार के घर में सोमवार रात हुई हिस्ट्रीशीटर प्रवीण उर्फ बब्बू की हत्या में पूर्व प्रधान समेत तीन चश्मदीद हैं। चश्मदीद पूर्व प्रधान जयकुमार ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर ज्ञानेंद्र ढाका की फोन पर प्रवीण उर्फ बब्बू से बातचीत हुई थी और दोनों ने उनके घर पर मिलने की बात कही। ज्ञानेंद्र ढाका अपने एक साथी के साथ उनके घर आ गया, जहां गांव का धनपाल पहले से मौजूद था। हिस्ट्रशीटर प्रवीण उर्फ बब्बू भी अपने साथी धर्मपाल के साथ वहां आकर बैठ गया। वहां बैठकर शराब पीते समय ज्ञानेंद्र ढाका और प्रवीण उर्फ बब्बू के बीच एमजीएम इंटर कॉलेज के चेयरमैन पद को लेकर बातचीत हुई।
बताया कि ज्ञानेंद्र अपने किसी करीबी को चुनाव लड़ाना चाहता था, जबकि बब्बू पहले चेयरमैन रह चुका है और इस बार भी तैयारी कर रहा था। चेयरमैन पद के चुनाव को लेकर हुई बातचीत में दोनों की बात बिगड़ गई और बब्बू फोन सुनते हुए कमरे से बाहर चला गया। तभी ज्ञानेंद्र के साथ आए युवक ने पीछे से जाकर बब्बू को सटाकर गोली मार दी। इसके बाद दोनों ने मिलकर बब्बू को पांच गोलियां मारीं। पूर्व प्रधान जयकुमार, धनपाल और धर्मवीर घायल बब्बू को उठाकर ले जाने लगे तो ज्ञानेंद्र ने अपनी गाड़ी से बलकटी निकालकर बब्बू के सिर पर वार कर दिया। उसे बचाने के प्रयास में धनपाल, धर्मपाल और पूर्व प्रधान जयकुमार भी बलकटी लगने से घायल हो गए।
इसके बाद पीछे वाले गेट से घायल बब्बू को निकालकर पिलाना सीएचसी पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने बब्बू को मृत घोषित कर दिया। उधर, हत्यारोपी ज्ञानेंद्र अपने साथी के साथ भाग गया। घटना के बाद पहुंची चांदीनगर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी और प्रधान समेत कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की। उधर, घायल धर्मपाल का मेरठ के अस्पताल में उपचार कराया जा रहा है। मृतक के भाई नवीन ने चांदीनगर थाने में ज्ञानेंद्र ढाका और एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
हिस्ट्रीशीटर बब्बू की हत्या के बाद गांव में सनसनी फैल गई। मंगलवार सुबह से ही ग्रामीण घटना को लेकर चर्चा करते नजर आए तो गलियों में सन्नाटा पसरा रहा। उधर, सुरक्षा की दृष्टि से गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
घटना के चश्मदीद ने बताया कि कमरे के बाहर गोली चलने की आवाज सुनाई दी तो उन्हें लगा कि कोई पटाखे चला रहा है। इसके बाद लगातार गोलियां चलाई गईं तो उन्होंने बाहर निकलकर देखा तो बब्बू जमीन पर पड़ा हुआ मिला। बताया कि पांच गोलियां के अलावा कई राउंड फायरिंग की गई।
बताया जा रहा है कि प्रवीण उर्फ बब्बू को ज्ञानेंद्र ढाका ने सोमवार को दिन में कई बार बुलाने के लिए फोन किया, मगर वह बाहर होने की बात कहते हुए बाद में मिलने के लिए कहने लगा। इस तरह यह भी माना जा रहा है कि ज्ञानेंद्र पहले से उसकी हत्या करने की फिराक में था।
बताया कि हिस्ट्रीशीटर बब्बू जब पूर्व प्रधान जयकुमार के घर पहुंचा तो ज्ञानेंद्र ढाका समेत अन्य पहले ही वहां बैठकर रम शराब पी रहे थे। बब्बू ने कहा कि क्या रम पी रहे हो और उसने अपनी जेब से एक हजार रुपये निकालकर दिए। इसके बाद वहां व्हिस्की मंगवाकर सभी साथ में पीने लगे और उसके बाद हत्या की गई।
ढिकौली गांव में हुई प्रवीण उर्फ बब्बू की हत्या के मामले में हिस्ट्रीशीटर ज्ञानेंद्र ढाका और एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी गई है, जिन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
-प्रीता सिंह, सीओ खेकड़ा