
व्हाइट हाउस ने 20 मार्च 2023 को यह जानकारी दी कि अमेरिका में भारतीय मूल के एक और अमेरिकी को बड़ा पद मिलने जा रहा है। दरअसल, राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारतीय-अमेरिकी निशा देसाई बिस्वाल को अमेरिका अंतरराष्ट्रीय विकास वित्त आयोग में शीर्ष प्रशासनिक पद के लिए नामित किया है।
इसका एक मुख्य कारण है कि बिस्वाल पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा प्रशासन के कार्यकाल में दक्षिण तथा मध्य एशिया के लिए सहायक विदेश मंत्री के रूप में काम कर चुकी है। इसलिए अमेरिकी विदेश नीति और अंतरराष्ट्रीय विकास कार्यक्रमों में 30 साल से अधिक का अनुभव है। वैसे फिलहाल बिस्वाल अमेरिकी चैम्बर ऑफ कॉमर्स में अंतरराष्ट्रीय रणनीति और वैश्विक पहल की वरिष्ठ उपाध्यक्ष हैं।
वैसे आपको बता दें कि अमेरिका में उच्च प्रशासनिक पद मिलने वाली बिस्वाल अकेली नहीं है। 20 जनवरी 2021 को अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में जो बाइडन ने शपथ ग्रहण की। साथ ही भारतीय मूल की कमला हैरिस ने उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली। इसी के साथ तब अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन ने अपने प्रशासन में अहम पदों पर 13 महिलाओं समेत 20 भारतीय-अमेरिकियों को तुरंत नामित किया था। कुछ महीनों बाद इनकी संख्या और बढ़ गई।
मार्च 2022 में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने प्रशासन में बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय के लोगों को जगह मिलने का जिक्र करते हुए कहा था कि भारतीय-अमेरिकी देश पर कब्जा कर रहे है। दरअसल फरवरी 2022 में नासा के मंगल मिशन सफल होने के बाद नासा के पर्सिवियरेंस प्रोजेक्ट की मार्स 2020 गाइडेंस, नैविगेशन ऐंड कंट्रोल ऑपरेशंस की हेड डॉ. स्वाति मोहन को देखते हुए यह कहा था।
बाइडेन ने कहा था कि भारतीय मूल के अमेरिकी, देश पर कब्जा कर रहे हैं। आप (स्वाति मोहन), मेरी उपराष्ट्रपति (कमला हैरिस), मेरे भाषण लेखक (विनय रेड्डी) हैं। ‘द वीक’ की रिपोर्ट के मुताबिक बाइडेन ने कम से कम 55 भारतीय मूल के अमेरिकियों को अपने प्रशासन में अपने भाषण लेखक से लेकर नासा तक सरकार के लगभग हर विंग में प्रमुख नेतृत्व पदों पर नियुक्त किया है।
नीरा टंडन: इस सूची में सबसे ऊपर नीरा टंडन हैं। जिन्हें बाइडेन प्रशासन ने व्हाइट हाउस कार्यालय के प्रबंधन एवं बजट के निदेशक के तौर पर चुना लेकिन राजनीतिक विरोध के चलते उन्होंने नॉमिनेशन वापस ले लिया था। इसके बाद मई, 2021 में नीरा टंडन, बाइडेन की वरिष्ठ सलाहकार (सीनियर एडवाइजर) चुनी गई है। इसके बाद अक्टूबर, 2021 में नीरा को जो बाइडेन का स्टाफ सचिव पद भी दिया गया।
डॉ. विवेक मूर्ति: मार्च 2021 में अमेरिकी सीनेट ने देश के 21वें ‘सर्जन जनरल’ के तौर पर उनकी नियुक्ति को मंजूरी दी थी। उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में 19वें ‘सर्जन जनरल’ के रूप में भी अपनी सेवाएं दी थीं। वहीं अक्टूबर, 2022 में अमेरिका ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के कार्यकारी बोर्ड में अमेरिकी प्रतिनिधि बनाया था।
वनीता गुप्ता: विधि मंत्रालय की एसोसिएट अटॉर्नी जनरल हैं। न्याय मंत्रालय में तीसरे सबसे बड़े पद पर काबिज होने वाली वनीता पहली अश्वेत है।
उजरा जेया: उजरा जेया वैसे तो विदेश सेवा की पूर्व अधिकारी रह चुकी है लेकिन वह बाइडेन शासन में नागरिक सुरक्षा, लोकतंत्र एवं मानवाधिकार की अवर सचिव है।
माला अडिगा: बाइडेन प्रशासन में प्रथम महिला डॉ. जिल बाइडन की नीति निदेशक के तौर पर नियुक्त हैं।
गरिमा वर्मा: इन्हें प्रथम महिला डॉ. जिल बाइडन के कार्यालय की डिजिटल निदेशक के पद पर नियुक्त किया गया है।
सबरीना सिंह: सबरीना सिंह अप्रैल 2022 से रक्षा विभाग में डिप्टी पेंटागन प्रेस सचिव के रूप में सेवा दे रही हैं। इससे पहले 2021 से 2022 तक बाइडेन प्रशासन में राष्ट्रपति के विशेष सहायक और उप राष्ट्रपति कमला हैरिस के उप प्रेस सचिव के रूप में कार्य किया था।
सुमोना गुहा: सुमोना दक्षिण एशिया के वरिष्ठ निदेशक के तौर पर तैनात है।
तरुण छाबड़ा: तरुण प्रौद्योगिकी एवं राष्ट्रीय सुरक्षा के वरिष्ठ निदेशक है।
समीरा फाजली: ये मूलरुप से कश्मीरी हैं और ये व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रीय आर्थिक परिषद् की उप निदेशक हैं।
आयशा शाह: ये व्हाइट हाउस कार्यालय की डिजिटल रणनीति की ‘पार्टनरशिप मैनेजर’ हैं। ये भी मूलरूप से कश्मीरी हैं।
गौतम राघवन: व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति कार्मिक कार्यालय में उप निदेशक हैं।
विनय रेड्डी: ये राष्ट्रपति जो बाइडन का भाषण निदेशक हैं।
वेदांत पटेल: ये राष्ट्रपति के सहायक प्रेस मंत्री के तौर पर हैं। साथ ही अब वो अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस की भी जल्द जगह लेने वाले हैं। फिलहाल वो उप प्रवक्ता के रूप में काम कर रहे हैं।
सोनिया अग्रवाल: सोनिया व्हाइट हाउस में घरेलू पर्यावरण नीति कार्यालय में पर्यावरणीय नीति एवं नवोन्मेष की वरिष्ठ सलाहकार हैं।
नेहा गुप्ता: नेहा एसोसिएट काउंसल और रीमा शाह डिप्टी एसोसिएट काउंसल है।
शांति कलाथिल: लोकतंत्र और मानवाधिकार कॉर्डिनेटर हैं।
तान्या दास: ये विज्ञान कार्यालय, ऊर्जा विभाग में चीफ ऑफ स्टाफ हैं।
शुचि तलाती: जीवाश्म ऊर्जा कार्यालय, ऊर्जा विभाग में चीफ ऑफ स्टाफ हैं।
मिनी टिमराजू: कार्मिक प्रबंधन कार्यालय के निदेशक के वरिष्ठ सलाहकार हैं।
सोहिनी चटर्जी: संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी मिशन के वरिष्ठ नीति सलाहकार हैं।
अदिति गोरूर: संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी मिशन के नीति सलाहकार हैं।
भव्य लाल: नासा में कार्यकारी चीफ ऑफ स्टाफ हैं।
डिंपल चौधरी: ये राष्ट्रव्यापी संसाधन संरक्षण कार्यक्रम, पर्यावरण संरक्षण एजेंसी में उप महाप्रबंधक हैं।
शर्मिष्ठा दास: ये डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी की डिप्टी जनरल काउंसल हैं।
रूचि जैन: व्हाइट हाउस में विज्ञान और प्रौद्योगिकी नीति की जनरल काउंसल हैं। इससे पहले आंतरिक विभाग में सामान्य कानून के लिए उप सॉलिसिटर थीं।
मीरा जोशी: फिलहाल न्यूयॉर्क शहर के डिप्टी मेयर ऑफ ऑपरेशंस हैं। जबकि इससे पहले जनवरी 2021 से जनवरी 2022 तक यूएस ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट में कार्यवाहक प्रशासक, संघीय मोटर कैरियर प्रशासन में थीं।
अरुणा कल्याणम: ट्रेजरी विभाग में कर और बजट विभाग की उप सहायक सचिव हैं।
भरत राममूर्ति: ये राष्ट्रीय आर्थिक परिषद के उप निदेशक हैं।
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