लखनऊ। प्रदेश के सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में प्राचार्य एवं सहायक आचार्य (असिस्टेंट प्रोफेसर) के रिक्त पदों पर चयन की प्रक्रिया जल्द शुरू होने की संभावना है। उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग प्रयागराज ने इसके लिए अपने स्तर से तैयारी तेज कर दी है। नए साल के पहले या दूसरे महीने में असिस्टेंट प्रोफेसर के रिक्त पदों पर चयन के लिए विज्ञापन जारी हो सकता है। वैसे तो रिक्त पदों की संख्या पांच हजार से अधिक हो चुकी है लेकिन विज्ञापित किए जाने वाले पदों की संख्या उच्च शिक्षा निदेशालय को तय करनी है।
चयन प्रक्रिया के लिए अपनी तैयारी तेज करते हुए उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने विशेषज्ञ पैनल बनाने की कवायद शुरू कर दी है। विशेषज्ञ पैनल के लिए आयोग ने 31 जनवरी 2021 तक आवेदन मांगा है। इसके लिए बाकायदा एक प्रारूप भी जारी किया गया है, जो आयोगी क वेबसाइट पर उपलब्ध है। इस पैनल के लिए सभी विषयों के न्यूनतम एसोसिएट प्रोफेसर स्तर के शिक्षक आवेदन कर सकते हैं। पैनल में चयनित किए जाने वाले शिक्षकों को ही लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों का साक्षात्कार लेने के लिए आमंत्रित किया जाता है। इससे पहले शासन ने आयोग में सदस्य के दो पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की थी। दोनों पदों के लिए 23 नवंबर तक आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए थे। सदस्य के इन दो पदों पर जल्द नियुक्ति होने की संभावना है। इस तरह आयोग ने चयन प्रक्रिया शुरू करने की सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
चयन के लिए विज्ञापन जारी करने से पहले आयोग को उच्च शिक्षा निदेशालय की सहमति का इंतजार है। निदेशालय से ही आयोग को यह बताया जाएगा कि कितने पदों को विज्ञापित किया जाना है। आरक्षण का निर्धारण भी निदेशालय से ही होना है। इस समय आरक्षण निर्धारण पर ही मंथन चल रहा है। इससे पहले निदेशालय ने असिस्टेंट प्रोफेसर के 2016 पदों पर भर्ती करने का अनुरोध किया था, लेकिन बाद में पदों की संख्या बढ़ाए जाने के संकेत दिए गए। सूत्रों के अनुसार असिस्टेंट प्रोफेसर के रिक्त पदों की संख्या पांच हजार से अधिक हो चुकी है। इसी तरह प्राचार्य के 150 से ज्यादा पद रिक्त हैं।