
मुजफ्फरनगर जनपद में जानसठ क्षेत्र के गांव राजपुर कलां में संजू वाल्मीकि हत्याकांड में आरोपी पक्ष पर पीड़ितों को जान से मारने की धमकी देने का आरोप है। धमकी से भयभीत संजू का परिवार सामान लेकर गांव से पलायन करने लगा। पुलिस ने किसी तरह उन्हें रोका। पीड़ित परिवार ने धमकी देने वाले लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर दी है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
कोतवाली के गांव राजपुर कलां में 14 फरवरी की रात 200 रुपये के विवाद में घर में घुसकर दूधिया संजू उर्फ संजीव वाल्मीकि की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस दौरान गोली लगने से मृतक संजू का बेटा-बेटी और भाई भी घायल हो गए थे।
परिजनों ने हत्याकांड में शामिल कवाल कांड में मरने वाले सचिन के बहनोई मोहित चौधरी, उसके पिता राजेंद्र और वीरेंद्र पुत्र अजित के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। नामजद आरोपी मोहित चौधरी और उसके पिता राजेंद्र ने थाने में सरेंडर कर दिया था, जबकि तीसरा आरोपी वीरेंद्र अभी तक फरार चल रहा है।
संजू के परिजनों का कहना है कि बृहस्पतिवार को उसकी मां ओमवती कूड़ा डालने के लिए जा रही थी। रास्ते में आरोपी पक्ष के लोगों ने ओमवती को रोककर उसके परिवार के अन्य सदस्यों को भी जान से मारने की धमकी दी। धमकी से पूरा परिवार भयभीत हो गया। इस पर परिवार सामान भरकर गांव से पलायन करने लगा।
वहीं सूचना पर पुलिस गांव में पहुंची और समझा-बुझाकर परिवार को रोका। धमकी देने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का आश्वासन देकर उनका सामान घर के अंदर रखवाया।
इंस्पेक्टर विश्वजीत सिंह का कहना है कि वाल्मीकि परिवार के लोगों ने गांव के कुछ लोगों के खिलाफ धमकी देने की तहरीर दी है। इस मामले की जांच की जा रही है।
हत्याकांड के बाद से परिवार के लोग संजू के तीनों बच्चों को स्कूल नहीं भेजते हैं। परिजनों के मुताबिक, जिस स्कूल में तीनों बच्चे पढ़ते हैं, वहां जाने का रास्ता आरोपियों के घर की ओर से है। इसलिए परिवार के लोग डर की वजह से तीनों बच्चों को स्कूल में नहीं भेजते हैं।
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