
बिजनौर। बिजनौर में भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसान सम्मान महापंचायत में आज भारी संख्या में किसान जमा हुए। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत, रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी समेत तमाम दिग्गज नेता महापंचायत में हिस्सा लेने पहुंचे। हालांकि किसी भी राजनीतिक दल को मंच पर जगह नहीं दी गई।
भाकियू के बैनर तले आईटीआई कॉलेज परिसर में हो रही किसान सम्मान महापंचायत में दोपहर बाद तक भी किसानों भीड़ उमड़ती रही। तो वहीं पदाधिकारियों ने किसी भी राजनीतिक व्यक्ति मंच तो क्या मंच के सामने भी बैठाने से मना कर दिया।
सपा जिलाध्यक्ष राशिद हुसैन, विधायक नईम उल हसन, तस्लीम अहमद व मनोज पारस, पूर्व मंत्री स्वामी ओमवेश व मूलचंद चौहान किसानों के मंच के आगे आकर बैठ गए थे, लेकिन उन्हें उठाकर किसानों के बीच ही बैठाया गया।
महापंचायत में नरेश टिकैत के बजाय युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव टिकैत पहुंचे। किसानों के बीच से संबोधन के दौरान वक्ताओं ने कहा कि किसानों ने अपना हक मांग लिया तो आज उन्हें गद्दार कहा जा रहा है।
वक्ताओं ने कहा कि किसान ने हमेशा देश के लिए जान दी है और आगे भी देंगे, लेकिन किसान विरोधी कानूनों को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं करेंगे। कहा कि राकेश टिकैत के आंसुओं ने पूरे देश के किसानों की आंखें खोल दी हैं। अब देश का किसान किसी से पीछे हटने वाला नहीं है।
किसानों कि आज होने वाले पंचायत में राजनीतिक दलों के नेताओं को मंच और नहीं बैठने वह माइक नहीं देने के फैसले से सपा व रालोद के नेताओं को करारा झटका लगा है। जाहिर है कि सपा व रालोद किसान आंदोलन के जरिए अपनी खोई राजनीतिक जमीन पाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन आज हुई महापंचायत में मंच नहीं मिलने के फैसले से दोनों दलों के नेताओं के मायूसी हाथ लगी है।
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