मुजफ्फरनगर। केंद्र तथा प्रदेश सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार लॉकडाउन लागू होने के बाद अब तक बंद पडे जनपद के स्कूल कॉलेजों को कल से खोला जाएगा। अभी शुरुआत में जिले में कक्षा 9 से 12 तक की कक्षाओं का संचालन किया जाएगा। प्रशासन ने स्कूल कॉलेजों में कोविड गाइडलाइन का पालन कराते हुए विद्यालय प्रबंध तंत्र द्वारा सेनिटाइज कराने के साथ ही शारीरिक दूरी का पालन कराने की तैयारी कर ली है। सात माह बाद खुल रहे विद्यालयों में 50 प्रतिशत कक्षा क्षमता से ही पठन पाठन कराया जायेगा। एक दिन छोड़कर स्कूल जाने की व्यवस्था लागू कर दी गयी है।
देश में कोरोना की शुरुआत में ही लॉकडाउन लागू होने के बाद जिले के स्कूल कॉलेज अब तक बंद पडे हैं। केन्द्र सरकार द्वारा अनलॉक-5 के लिए जारी किये गये एसओपी के बाद से ही राज्य में कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों के पठन पाठन के लिए विद्यालयों को खोलने की तैयारी प्रारम्भ कर दी गयी थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विद्यालयों में कोविड 19 गाइडलाइन की शर्तों के साथ विद्यालयों को खोलने पर जोर दिया। इसके लिए 10 अक्टूबर को प्रदेश शासन की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने सभी जिलाधिकारियों के लिए एसओपी जारी कर दिया था। इसमें 19 अक्टूबर से कक्षा 9 से 12 तक के विद्यालयों में पठन पाठन का काम प्रारम्भ कराने के लिए दिशा निर्देश दिये गये। जिला विद्यालय निरीक्षक गजेन्द्र सिंह ने बताया कि जनपद में सोमवार से माध्यमिक विद्यालयों में कोविड गाइडलाइन के अनुसार पठन पाठन का कार्य प्रारम्भ कराने की पूरी तैयारी करा ली गयी है। विद्यालयों की कक्षा कक्षों को सेनिटाइज कराने का काम सभी विद्यालय प्रबंध तंत्र द्वारा कराया गया है। इसके साथ ही दो गज की दूरी के नियम का पालन भी सख्ती से कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि विद्यालयों को 50 प्रतिशत कक्षा क्षमता के साथ ही पठन पाठन का कार्य कराये जाने के निर्देश दिये गये हैं। सीटिंग प्लान भी शारीरिक दूरी के मानक के अनुसार किया जायेगा।
आर्य समाज रोड पर स्थित डीएवी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य शिव कुमार यादव ने बताया कि सोमवार से कक्षा 9 से 12 तक के छात्र छात्राओं के पठन पाठन का कार्य प्रारम्भ करने के लिए विद्यालय की ओर से पूरी तैयारी कर ली गयी है। उन्होंने कहा कि सभी कक्षाओं को सेनिटाइज कराया गया है। इसके साथ ही शारीरिक दूरी के प्रचार के लिए दो गज की दूरी के अनुसार गोले बना दिये गये हैं। विद्यार्थियों को शारीरिक दूरी के मानक के अनुसार ही विद्यालय में प्रवेश दिया जायेगा। कक्षाओं में सीटिंग प्लान भी इसी के अनुसार किया गया है। एक कक्षा में अब केवल 24-25 बच्चे ही अध्ययन करेंगे। उन्होंने बताया कि विद्यालय में इस सत्र में कक्षा 9 से 12 तक के लिए 3700 छात्र छात्राओं ने पंजीकरण कराया है। इनके पठन पाठन के लिए विद्यालय की ओर से यह व्यवस्था की गयी है कि जो बच्चे सोमवार को विद्यालय आयेंगे, उनको अगली कक्षा के लिए बुधवार को विद्यालय आना होगा। मंगलवार को शेष रहने वाले बच्चों को कक्षा में आने की अनुमति होगी। यानि एक दिन छोड़कर दूसरे दिन पठन पाठन का कार्य बच्चों को चरणब( तरीके से कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि विद्यालय में सवेरे प्रार्थना सभा नहीं होगी। सीधे बच्चों को कक्षाओं में प्रवेश दिया जायेगा।