गाज़ियाबाद। ऊर्जा निगम ऑनलाइन कंट्रोल रूम बनाने के लिए जमीन की तलाश कर रहा है। जमीन मिलने के बाद स्मार्ट मीटर के लिए कंट्रोल रूम बनाने का काम शुरू किया जाएगा। ऊर्जा निगम जुलाई से घरों में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाएगा। टीएचए में सबसे पहले वसुंधरा, वैशाली, कौशांबी में कुल 58 हजार घरों व प्रतिष्ठानों पर स्मार्ट मीटर लगेंगे। निजी कंपनी के कर्मचारियों ने मीटर लगाने के लिए सर्वे का काम 70 फीसदी से अधिक कर लिया है। जून माह में यह सर्वे पूरा हो जाने के बाद जुलाई से स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू हो जाएगा।
टीएचए में कुल 4 लाख 22 हजार उपभोक्ता है। इनमें 56 हजार व्यवसायिक उपभोक्ता शामिल हैं। ऊर्जा निगम सभी उपभोक्ता के घर और प्रतिष्ठान पर स्मार्ट मीटर लगाएगा। पहले चरण में वसुंधरा, वैशाली और कौशांबी में स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा जो करीब तीन माह में काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके बाद दूसरे चरण में इंदिरापुरम और मोहननगर में स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य शुरू किया जाएगा। ऊर्जा निगम ऑनलाइन कंट्रोल रूम बनाने के लिए जमीन की तलाश कर रहा है। जमीन मिलने के बाद स्मार्ट मीटर के लिए कंट्रोल रूम बनाने का काम शुरू किया जाएगा।
– स्मार्ट मीटर को मोबाइल के सिम की तरह रिचार्ज कर सकेंगे।
– बैलेंस खत्म होने पर ऑनलाइन ही बिजली आपूर्ति कट जाएगी, उपभोक्ता स्वयं से रिचार्ज कर सकेगा।
– स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं को गलत रीडिंग और बिल संबंधी शिकायतों से छुटकारा मिलेगा।
– बिजली कर्मियों को घर-घर जाकर मीटर की रीडिंग नहीं लेनी पड़ेगी।
– कंट्रोल रूम से रीडिंग लेकर बिल जनरेट कर दिया जाएगा और बिल की पूरी डिटेल मीटर पर ही डिस्प्ले होने लगेगी।
– कंट्रोल रूम से ही ट्रांसफार्मर को दी जा रही बिजली का इनपुट मिलेगा।
-मीटर लगाने का कोई खर्च बिजली उपभोक्ताओं को नहीं देना होगा।
स्मार्ट मीटर से बिजली चोरी पर भी लगाम लग सकेगी। कोई भी उपभोक्ता स्वयं से मीटर की रीडिंग घटा नहीं सकेंगे। आम तौर पर बिजली चोरी में कई बार लाइनमैन की भी सांठ गांठ रहती है लेकिन स्मार्ट मीटर से अब ऐसा कुछ भी नहीं हो सकेगा। जितने का लोग रिचार्ज कराएंगे उतनी ही बिजली का उपभोग कर सकेंगे। जुलाई माह से 58 हजार उपभोक्ताओं के घर और प्रतिष्ठान में स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू होगा। पहले आठ माह तक पोस्टपैड माध्यम से उपभोक्ता बिल जमा करेंगे। इसके बाद प्रीपेड माध्यम से बिल जमा होगा।