मेरठ। मेरठ में सरधना थाना क्षेत्र के पिठलोकर गांव में नाला निर्माण को लेकर बवाल हो गया। पुलिस अधिकारियों के सामने ही प्रधान और पूर्व प्रधान पक्ष के लोगों के बीच आधे घंटे तक पथराव और गोलियां चलती रहीं। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने भी भागकर जान बचाई। वहीं मौके पर पहुंचे एसडीएम-सीओ से भी धक्का मुक्की हुई।
पथराव में दोनों पक्ष के लोग व कई पुलिसकर्मी चोटिल हो गए। गांव में तनाव के हालात देखते हुए फोर्स लगा दी गई है। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस के सामने ही दोनों पक्षों में पथराव व फायरिंग हुई। पुलिस ने छह लोगों को हिरासत में लिया है।
पुलिस के अनुसार पिठलोकर गांव में नाला निर्माण को लेकर दो पक्षों में काफी समय से विवाद चला आ रहा है। यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है। वर्तमान ग्राम प्रधान ग्राम पंचायत कोटे से नाला निर्माण करा रहे हैं, जबकि पूर्व प्रधान फारुख पक्ष से तिजारत अली समेत कई लोग नाला निर्माण का विरोध कर रहे हैं।
इस मामले में गुरुवार को सरधना तहसील की टीम और मुल्हैड़ा चौकी पुलिस पिठलोकर गांव में पहुंचे। नाला निर्माण की खुदाई के लिये जेसीबी भी पहुंची। जैसे ही जेसीबी ने मिट्टी खुदाई का कार्य शुरू किया तो पूर्व प्रधान पक्ष के लोग विरोध करने लगे। जिसको लेकर नाला निर्माण खुदाई का कार्य बंद कराया गया और तहसील की टीम ने मामले की सूचना एसडीएम अमित कुमार भारतीय को दी।
एसडीएम व सीओ आरपी शाही भी पुलिस फोर्स के साथ गांव पहुंचे और नाला निर्माण खुदाई का कार्य शुरू कराने का प्रयास किया तो मामला फिर से गरमा गया। वहीं पथराव में कई पुलिस कर्मियों को ईंट लगी। जिसमें वह चोटिल हुए। वायरलेस सेट पर पिठलोकर में बवाल की सूचना पर सरूरपुर, जानी, रोहटा समेत कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया। जिसमें भीड़ को नियंत्रित किया। पूर्व प्रधान पक्ष से घायल मुनासिब पुत्र खालिद, तिजारत पुत्र इद्रीश, मेहराज पुत्र इस्तेकार व सदाकत को सीएचसी में भर्ती कराया गया। गांव में तनाव को देखते पुलिस फोर्स तैनात किया गया। देर शाम एसपी देहात भी जांच करने पहुंचे।
नाला निर्माण को लेकर दो पक्षों के बीच मारपीट के बाद पथराव हुआ। सरधना तहसील की टीम मौके पर जाकर निर्माण करा रही थी। इस मामले में 14 नामजद और 150 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। छह लोगों को जेल भेजा गया है। पुलिस से मारपीट की बात गलत है।