सहारनपुर. सपा जिला उपाध्यक्ष व नगर पंचायत चेयरमैन अफजाल खान ने बसपा के वरिष्ठ नेताओं के समक्ष समर्थकों सहित सपा को अलविदा कहते हुए 11 वर्ष बाद बसपा में शामिल हुए। इस दौरान वक्ताओं ने भाजपा व सपा पर जमकर कटाक्ष करते हुए पार्टी को बूथ स्तर तक मजबूत कर नगर निकाय चुनाव में बसपा को जिताने का आह्वान किया।
नगर के एक बैंक्वेट हाल में बसपा के सदस्यता अभियान कार्यक्रम के दौरान पश्चिम उत्तर प्रदेश प्रभारी नौशाद अली ने कहा कि सपा के पास पश्चिम उत्तर प्रदेश में अपना आधार वोट नहीं है। पश्चिम में वह केवल मुस्लिम मतदाताओं के ऊपर राजनीति करती है। सपा नेता आजम खान की रिहाई भी बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री बहन मायावती द्वारा आवाज बुलंद करने के कारण हो सकी है। सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने कहा कि सपा की सरकार में मुजफ्फरनगर व शामली में हुए दंगे देश के लिए बदनुमा दाग हैं। प्रदेश के मुसलमानों का हित बसपा में ही है।
मुख्य सेक्टर प्रभारी मेघराज जरावरे ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने देश को खोखला करके रख दिया है। उन्होंने कहा कि बुलडोजर की सरकार आने वाले नगर पंचायत व पालिका के चुनाव में बसपा की जीत के साथ रुकेगी। उन्होंने कहा भाजपा की सरकार में मुस्लिमों का उत्पीड़न हो रहा है। सपा छोड़ बसपा में घर वापसी करते हुए पूर्व चेयरमैन अफजाल खान ने कहा कि कौम व क्षेत्र की खिदमत के लिए बसपा में शामिल हुए हैं। उनका मुख्य उद्देश्य क्षेत्रवासियों की सेवा करना है।
इस दौरान मंडल प्रभारी नरेश गौतम, जिलाध्यक्ष जनेश्वर प्रसाद, पूर्व विधायक रविन्द्र कुमार मोल्हू, गंगोह प्रभारी काजी नोमान मसूद, नकुड़ प्रभारी साहिल खान, मंडल प्रभारी आशीर्वाद आर्य, विकास कुमार, हाजी सईद खान, हमजा मसूद ने कार्यकर्ताओं से पार्टी को मजबूत बनाने का आह्वान किया। संचालन मंडल कोआर्डिनेटर जगपाल सिंह व गंगोह विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र ओलरी ने किया। पूर्व सभासद अमजद खान, शमशेर खान, मुस्तकीम मंसूरी, अनीस कुरैशी, सादिक सैफी आदि ने सपा को छोड़कर बसपा का दामन थामा।