लखीमपुर खीरी। में रविवार को हुई हिंसा का मुद्दा अभी थमा नहीं है। गुरुवार को भी इस पर सियासत जारी है। एक ओर इस मामले में जहां न्यायिक जांच के लिए एक सदस्यीय आयोग का गठन कर दिया गया है, वहीं दूसरी तरफ विपक्ष आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ा हुआ है। आज अखिलेश यादव ने पत्रकार रमन के परिजनों से मुलाकात की है। वहीं, पुलिस ने केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्र के बेटे को आठ अक्तूबर को पूछताछ के लिए बुलाया है। यहां पढ़ें दिनभर के अपडेट्स…
एससी-एसटी आयोग के अध्यक्ष लालजी प्रसाद ब़ृहस्पतिवार को पत्रकार रमन कश्यप के घर पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार उनके साथ है। मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। मामले में न्यायिक कमेटी का गठन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कर दिया है। रमन के भाई पवन कश्यप ने तिकुनिया प्रभारी निरीक्षक पर आरोप लगाया है कि उनकी लापरवाही से रमन की जान चली गई। यदि समय से इलाज मिलता तो शायद उनकी जान बच जाती।
बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा बृहस्पतिवार को तिकुनिया के संघर्ष में मारे गए टीवी पत्रकार रमन कश्यप के घर पहुंचे। उन्होंने रमन के पिता रामदुलारे से मिलकर उनको ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि अजय कुमार मिश्र के केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के पद पर रहते निष्पक्ष जांच किसी तरह संभव नहीं है। वह भी ऐसी स्थिति में जब उनका पुत्र ही मुख्य आरोपी हो। अजय मिश्र से तत्काल इस्तीफा ले लेना चाहिए। उन्होंने मृतक के परिवार वालों को पांच करोड़ का मुआवजा देने की बात कही। कहा, पूरे मामले में पुलिस की भूमिका संदिग्ध है। पुलिस, मंत्री और बेटे को बचाया जा रहा है। सरकार की यह लीपापोती नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि बसपा सुप्रीम मायावती ने पूरे मामले को संज्ञान में लिया है। उन्होंने न्यायालय का आभार व्यक्त करते हुए कहा न्यायालय की निगरानी में जांच होनी चाहिए।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा के लखीमपुर खीरी स्थित आवास के बाहर नोटिस चस्पा किया है। पुलिस ने उनके बेटे आशीष मिश्र को हिंसा के मामले में आठ अक्टूबर को पेश होने को कहा है।
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में शहावपुर टोल प्लाजा पर प्रियंका गांधी के काफिले की गाड़ियां बिना टोल दिए निकल गई। टोल प्लाजा कर्मचारी अमित सिंह ने कहा कि काफिले की 70 से ज्यादा गाड़ियां टोल से गुजरी। जो पुलिसकर्मी खड़े थे उन्होंने गाड़ियों को फ्री करवाया जिससे 9-10 हज़ार रुपए का नुकसान हुआ है
अखिलेश यादव ने कहा कि पीड़ित परिवार न्याय चाहता है, सरकार तुरंत उन्हें मदद करें, साथ ही जो वादे किए हैं, उसको तुरंत पूरा करें। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में पुलिस कप्तान फरार हैं और जांच जब हुई तो धाराएं बदल गईं। जिस वक्त एफआईआर दर्ज हुई थी, तब धाराएं दूसरी थीं। उन्होंने कहा कि जिसके साथ भी अन्याय हुआ है, समाजवादी पार्टी उसके साथ खड़ी हुई है।
लखीमपुर खीरी के तिकुनिया कांड में मारे गए पत्रकार रमन कश्यप के परिजनों से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुलाकात की। इसके बाद अखिलेश यादव मीडिया से मुखातिब हुए। अखिलेश यादव ने कहा कि जिस केंद्र और राज्य सरकार की जिम्मेदारी है जनता की रक्षा करना, उसी सरकार में गरीब और पीड़ित को न्याय नहीं मिलना, इससे खराब बात और क्या हो सकती है? यह निंदनीय बात है।
सरकार किसानों की हत्या के आरोपी को गिरफ्तार करने की जगह विपक्ष के नेताओं को गिरफ्तार कर रही है। यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर पर बरेली में यूपी पुलिस ने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को हिरासत में ले लिया। इसके बाद हरीश रावत प्रशासन के मानने पर वापस लौट गए।
दरअसल यूपी के लखीमपुर खीरी में किसानों की गाड़ी कुचल कर हत्या के मामले में पीड़ित किसानों से मिलने के लिए आज उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत बहेड़ी में यूपी उत्तराखंड बॉर्डर पर बने टोल प्लाजा पर अपने समर्थकों के साथ पहुंचे जहां पर छावनी बने टोल प्लाजा पर यूपी पुलिस ने हरीश रावत को रोक लिया। इस पर हरीश रावत कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ टोल प्लाजा पर ही धरने पर बैठ गए और लखीमपुर खीरी जाने की मांग करने लगे। पुलिस ने हरीश रावत को टोल प्लाजा में अस्थाई जगह पर बैठा दिया। स्थानीय प्रशासन के मनाने पर हरीश रावत वापस लौटने को तैयार हो गए। वहीं हरीश रावत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज किसान अपने हक की आवाज़ उठाता है तो उसे गाड़ी से कुचल कर मार दिया जाता है और जब प्रियंका गांधी पीड़ित किसानों से मिलने के लिए जाती है तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता है जबकि जो किसानों के हत्या के आरोपी है उन्हें अभी तक पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है। अब देश में लोकतंत्र को खतरा हो गया है, जो भी अपने हक की आवाज़ उठाएगा उसे या मार दिया जाएगा या उसे जेल में डाल दिया जाएगा। इतना जुल्म तो अंग्रेजों के दौर में भी नहीं हुआ है जितना बीजेपी सरकार में हो रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि हमारा काम यहां आकर अपना विरोध दर्ज कराना था जो हो गया है यदि प्रशासन उन्हें लखीमपुर जाने की इजाज़त देता है तो वो पीड़ित किसानों से जरूर मिलेंगे। बाद में पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड हरीश रावत ने मौके पर पहुंचे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया और उत्तराखंड के लिए वापस लौट गए।
सहारनपुर में हंगामा प्रदर्शन के बाद करीब 4:30 बजे पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री राजा अमरेंद्र सिंह और प्रगट सिंह के अलावा नवजोत सिंह सिद्धू और चार विधायकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इसके बाद इन्हें बस में बैठाकर सरसावा की तरफ ले जाया गया है। नवजोत सिंह सिद्धू और कैबिनेट मंत्री राजा अमरेंद्र सिंह ने अपने तमाम समर्थकों से कहा कि बाकी लोग यहीं रहेंगे आगे नहीं जाएंगे। सभी लोगों ने नारेबाजी करते हुए इस पर अपनी सहमति भी जताई।
लखीमपुर खीरी हिंसा जांच पर लखनऊ रेंज की आईजी लक्ष्मी सिंह ने कहा कि फायरिंग या किसी हथियार के घायल होने की घटनाओं की पुष्टि नहीं हुई है। इसलिए हमें अन्य सबूतों के साथ आगे बढ़ना होगा जो हमें दिए गए हैं। हम लोगों ने 2 लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया है, उनके बयानों के आधार पर 3 अन्य की गिरफ़्तारी की गई। पूछताछ जारी है ये हमें बहुत सारी जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं, बहुत जल्द आगे की कार्रवाई की जाएगी
राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने हापुड़ में कहा कि लखीमपुर के किसानों की शहादत हमारी ताकत बनेगी। मरते दम तक इन किसानों का नाम हमें याद रखना होगा। भाजपा की सरकार लोकतंत्र की हत्या कर, किसानों की आवाज को दबा रही हैै। लेकिन अब इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, मरते दम तक किसानों की लड़ाई लड़ूंगा। अपने दादा स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की जन्मभूमि ग्राम नूरपुर से जन आशीर्वाद यात्रा का आगाज करते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि गांव नूरपुर वह भूमि है जहां उनके दादा का जन्म हुआ था। इस लड़ाई की शुरूआत करने के लिए वह अपनों के बीच आशीर्वाद लेने आए हैं। मरते दम तक वह किसानों की लड़ाई लड़ेंगे। रालोद 31 अक्तूबर को अपना संकल्प पत्र जारी करेगी। अपने करीब 20 मिनट के भाषण में उन्होंने सरकार को गन्ना भुगतान, बिजली बिल, रोजगार व भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर घेरा। इस दौरान उन्होंने अपनी सरकार बनने पर किसानों को किसान दिवस पर एक मुक्त 15 हजार रुपये सम्मान निधि देने का वादा किया। रैली में हजारों की संख्या में भीड़ उन्हें सुनने के लिए पहुंची।
लखनऊ आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह ने बताया है कि दो हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ की गई है। उन्होंने तीन अन्य लोग जिनकी मौत हो चुकी है की भूमिका की पुष्टि की है। इन लोगों से पूछताछ में कई जरूरी बातें पता चली हैं। हम मुख्य आरोपी आशीष मिश्र को भी पूछताछ के लिए समन भेज रहे हैं।
नवजोत सिद्धू के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं का जो काफिला निकला था उसे सहारनपुर के हरियाणा बॉर्डर पर यमुना नदी के पुल पर रोक लिया गया है। यहां भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात हैं और गाड़ियां रोकने के लिए बैरियर लगाए गए हैं। रोके जाने के बाद कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने नारेबाजी और हंगामा शुरू कर दिया है और बैरिकेड भी तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।
आईजी लखनऊ रेंज लक्ष्मी सिंह ने बताया कि, जिला स्तरीय कमेटी मामले की जांच करेगी और अदालत में चार्जशीट दाखिल करेगी। जबकि न्यायिक जांच आयोग पूरे मामले की जांच करेगा। साक्ष्यों के आधार पर हम जल्द सभी आरोपियों की गिरफ्तारी करेंगे। आईजी आगे बोलीं कि हमने एक व्हाट्सएप नंबर जारी किया है जिस पर जनता के पास जो साक्ष्य हों वो भेज सकती है।
मोहाली से पंजाब कांग्रेस के नेताओं लखीमपुर के लिए रवाना हुए सिद्धू और उनके साथ चल रहे लोगों को सहारनपुर में रोक लिया गया है।
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है इनकी पहचान लवकुश और आशीष पांडेय के रूप में हुई है। दोनों अज्ञात में शामिल थे, अब पहचान कर हिरासत में लिए गए हैं।