शामली। पर्यावरण दिवस पर आज जिलेभर में पेड़ लगाए जाएंगे। वृक्ष संरक्षण को लेकर बड़ी-बड़ी बातें होंगी। इसके बाद फिर इस मुद्दे को भुला दिया जाएगा।पिछले कुछ सालों में जिले में अंधाधुंध पेड़ों का कटान होने से हरियाली सिमट रही है। पिछले दस सालों में बागों को काटकर वहां आवासीय कालोनी विकसित कर दी गई।
28 सितंबर 2011 में शामली जिला घोषित होने और मेरठ-करनाल, दिल्ली-सहारनपुर, पानीपत-खटीमा हाईवे का निर्माण चल रहा है। पिछले कई सालों में शामली, कांधला समेत कई कस्बों में बागों में पेड़ों का कटान हुआ है। जिससे जिले में हरियाली पर ग्रहण लगा है। वहां आवासीय कालोनी विकसित होती चली गई। जिला मुख्यालय पर करनाल रोड़, बरखंडी रोड, सहारनपुर रोड, खेड़ी करमू, कांधला में छोटी नहर व बड़ी नहर के बीच आदि क्षेत्रो में बागों का कटान हुआ है। यहां मकानों के साथ व्यापारिक प्रतिष्ठान, नर्सिंग होम बना दिए गए। जिला उद्यान अधिकारी डॉ. हरित कुमार ने बताया कि पिछले दस सालों में बागों में जरुर कटान बढ़ा है। कुछ उद्यान जिले में हाईवे की जद में आए है। हाईवे के निर्माण में पेड़ों का पांच से लेकर सात प्रतिशत कटान होता है।
विभाग और सामाजिक संस्थाएं पौधे तो खूब लगाते हैं, लेकिन फिर पलटकर नहीं देखते। लगाए गए पौधों में से अधिकांश सूख जाते हैं। कुछ ही पौधे चल पाते हैं। फिर अगले साल लक्ष्य मिलता है और फिर से पौधे लगा दिए जाते हैं। साल-दर-साल पौधे लगाए जा रहे हैं लेकिन इनके रखरखाव पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।
साल पौधे लगाए
2016- 255250
2017- 154375
2018- 1011106
2019- 1127546
2020- 975890
2021-1309000
जिले में इस साल 14.41 लाख पौधे लगाए जाएंगे। जिनमें अकेले वन विभाग 2.80 लाख पेड़ लगाएगा। शासन ने इस बार पिछले साल की तुलना में 1.32 लाख पेड़ ज्यादा लगाने का लक्ष्य दिया है। जिले में 33 गांवों में से 11 गांवों को वन विभाग को हस्तांतरित किया गया है। वन विभाग के अफसरों के मुताबिक 900 हेक्टेयर भूमि आरक्षित की गई है। जिनमें कैराना क्षेत्र के बरनावी, अकबरपुर सुन्हेटी बीवीपुर हटिया, बीवीपुर जलालाबाद, मलकपुर,पांवटी कलां समेत 18 लाख पेड़ जीवित है।
पिछले साल जिले में 13.09 लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य मिला था। इस बार शासन से 14 लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य दिया है। 2.80 लाख पेड़ अकेले वन विभाग लगाएगा। 11.60 लाख पेड़ जिले के तमाम विभागों को लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। डीएफओ डॉ. विनय कुमार सक्सेना के मुताबिक जुलाई माह में मनाया जाने वाले वन महोत्सव की तैयारियों में 14 लाख पेड़ लगाए जाएंगे।
सीडीओ शंभूनाथ तिवारी के मुताबिक विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर जिले की 230 ग्राम पंचायतों में प्रत्येक ग्राम पंचायत में बरगद, पीपल, पाकड केहरी शंकरी के तीन पेड़ लगाए जाएंगे। उन्होने बताया कि जुलाई माह में अमृत उद्यान में 75 पौधों लगाए जाएंगे। आगामी 15 अगस्त में जिले में 75 अमृत उद्यान विकसित होंगे।
विभाग लक्ष्य
पर्यावरण 31164
ग्राम विकास 550400
राजस्व 62700
पंचायत राज 62720
आवास- विकास 12320
औद्योगिक विकास 6440
नगर विकास 28700
लोक निर्माण विभाग 18760
सिंचाई 18760
रेशम 31370
कृषि 105760
पशुपालन 10640
सहकारिता 2520
उद्योग 14560
विद्युत 8540
माध्यमिक शिक्षा 1200
बेसिक शिक्षा 1200