शामली। 30.5 किमी लंबाई का रिंग रोड जल्द ही बनकर तैयार होगा। इस रिंग रोड का निर्माण पूरा होने से शहर की जनता को वर्षों से चली आ रही जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी। शहर के बाहर चार बाईपास जोड़कर रिंग रोड बनेगी। जिनका निर्माण तेजी से चल रहा है।

शहर की जाम की समस्या वर्षों पुरानी है, दिन में यहां कई बार जाम लगता है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि दूसरे राज्यों से आने-जाने वाले वाहन शहर के बीच से होकर गुजरते हैं। जिसके चलते कई बार भयंकर जाम लग जाता है। चीनी मिलों के पेराई सत्र के दौरान हालात और भी ज्यादा खराब हो जाते हैं।

जाम से मुक्ति के लिए दिल्ली-सहारनपुर और मेरठ-करनाल हाईवे के चौड़ीकरण के साथ बाईपास का प्रारूप उत्तर प्रदेश राज्य राजमार्ग प्राधिकरण ने तैयार किया था। मेरठ-करनाल हाईवे के चौड़ीकरण कार्य का शिलान्यास 17 मार्च 2015 को तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किया था। पीडब्ल्यूडी ने इस हाईवे का चौड़ीकरण का कार्य किया, लेकिन शामली बाईपास की परियोजना को निरस्त कर दिया गया।

2017 के बाद दिल्ली-सहारनपुर, मेरठ-करनाल और पानीपत-खटीमा हाईवे पीडब्ल्यूडी से एनएचएआई को हस्तांतरित कर दिए। जाम से मुक्ति के लिए शहर के बाहर एनएचएआई की ओर से रिंग रोड का मैप तैयार किया गया। दिल्ली-सहारनपुर हाईवे का शामली बाईपास और मेरठ-करनाल और पानीपत खटीमा हाईवे का बाईपास प्रस्तावित किए गए। एक साल पहले पानीपत-खटीमा हाईवे और मेरठ-करनाल हाईवे को जोड़ने वाले नए बाईपास का प्रारूप तैयार किया गया। रिंग रोड की लंबाई 30.5 किमी होगी। इन सभी बाईपास पर तेजी से निर्माण कार्य किया जा रहा है।

ये हैं शामली रिंग रोड के चार बाईपास
1- मेरठ करनाल हाईवे : टपराना से साईंधाम मंदिर तक, अनुमानित लंबाई -10 किमी।
2- दिल्ली-सहारनपुर हाईवे : साईं धाम मंदिर से बलवा गेट तक, अनुमानित लंबाई -10 किमी।
3- पानीपत-खटीमा हाईवे : टपराना से बलवा तक, अनुमानित लंबाई – सात किमी।
4- पानीपत-खटीमा हाईवे : शामली तहसील से लेकर बनत कृष्णा नदी पुल तक, अनुमानित – 3.5 किमी।
इन गांवों से होकर गुजरेगा रिंग रोड
– टपराना, बधेव, मुंडेट कलां, गोहरनी, शामली, बनत, सेहटा, सिंभालका, बलवा, लिलौन, ऐरटी, अलीपुर, कंडेला, शेखपुरा, कसेरवा खुर्द, कसेरवा कलां, टिटौली।