शामली। भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी एवं सैकड़ों कार्यकर्ता ने बकाया गन्ना भुगतान, दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर भूमि मुआवजा आदि मांगों को लेकर बुधवार को धरना देने कलेक्ट्रेट पहुंचे, इस दौरान एसडीएम सदर ने पार्किंग स्थल पर धरना देने की बात कही। इसको लेकर भाकियू कार्यकर्ताओं व एसडीएम के बीच जमकर नोकझोंक हुई। इतना ही नहीं भाकियू कार्यकर्ताओं ने शासन प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी भी की।
भाकियू के पदाधिकारी एवं सैकड़ों कार्यकर्ता दर्जनों ट्रैक्टर ट्रालियों में सवार होकर कलक्ट्रेट पहुंचे । किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने ट्रैक्टर ले जाने के बाद कलेक्ट्रेट का रास्ता बंद करते हुए डीएम कार्यालय के सामने ही दरी बिछाकर धरने पर बैठ गए। उधर कलक्ट्रेट स्थित कार्यालय में आने जाने का रास्ता भी अवरूद्ध रहा। इस पर एसडीएम विशू राजा एवं सीओ सिटी जितेन्द्र कुमार किसानों के बीच पहुंचे और निर्धारित स्थान पार्किंग स्थल पर ही धरना प्रदर्शन करने को कहा, भाकियू कार्यकर्ता डीएम कार्यालय के सामने ही धरना देने की जिद पर अड़े रहे। इसको लेकर इनमें खूब नोकझोंक हुई। उधर धरने को संबोधित करते हुए महीपाल चौहान ने बकाया गन्ना भुगतान की बात रखी। कहा कि शुगर मिलों पर करीब 650 करोड़ से अधिक बकाया है। इनमें शामली मिल पर ही 250 करोड़ बकाया है। नलकूपों पर मीटर लगाना बंद किया जाए। एमएसपी पर कानून बनाने और फसल खरीद गारंटी कानून बनाया जाए। किसान क्रेडिट कार्ड की अवधि 1 वर्ष से बढ़ाकर 5 वर्ष तक बढ़ा दी जाए। आवारा पशुओं से निजात दिलाई जाए। धरने की अध्यक्षता रामपाल सिंह चैहान व संचालन संजीव राठी ने किया। मौके पर हरीश चैधरी, बाबा विनय, ईश्वर कटारा, अब्बास प्रधान, कर्मवीर प्रधान, सतपाल, धर्मपाल, आत्माराम, भंवर सिंह, निहाल प्रधान, शमशाद बलवा, राजन जावला आदि मौजूद रहे।