शामली. प्राचीन मंदिरों में हुई चोरी के खुलासे के लिए श्रद्धालुओं, व्यापारियों व जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन को तीन दिन का अल्टीमेटम दिया है। वहीं, मुख्यमंत्री को संबोधित पांच सूत्रीय ज्ञापन एडीएम को सौंपने के बाद धरना समाप्त करने की घोषणा कर दी।

नगर के प्राचीन सिद्धपीठ बाला सुंदरी देवी मंदिर में बीती 22 अगस्त की रात गेट उखाड़कर व ताले तोड़कर सोने-चांदी के मुकुट एवं छत्र चोरी कर लिए थे। घटना का खुलासा नहीं हुआ था। इसके बाद 29 अगस्त को दिनदहाड़े बदमाशों ने कुछ दूर स्थित प्राचीन सिद्धपीठ बाबा बनखंडी महादेव मंदिर में शिवलिंग का शेषनाग व चांदी का छत्र चोरी कर लिया था। इससे क्षुब्ध लोगों एवं व्यापारियों ने चौक बाजार में धरना शुरू कर दिया था। वहीं, बाजार बंद करा दिए थे। धरना बुधवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। बाजारों में अधिकतर दुकानें बंद रहीं।

यहां पालिकाध्यक्ष हाजी अनवर हसन ने कहा कि एकुजटता से लड़ाई लड़ेंगे। भाजपा नेता अनिल चौहान ने कहा कि पुलिस का रवैया बहुत खराब है। वहीं, कांधला व्यापार मंडल के पदाधिकारियों तथा भाकियू नेता कुलदीप पंवार ने अजीत निर्वाल, इमरान व आमिर अली आदि के साथ धरने को समर्थन दिया। दोपहर करीब दो बजे धरनास्थल पर एडीएम संतोष सिंह, एएसपी ओपी सिंह, एसडीएम शिवप्रकाश यादव व सीओ बिजेंद्र सिंह भड़ाना पहुंचे।

शिव सेवा सनातन मंडल के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन पत्र एडीएम को सौंपा गया। उन्होंने घटनाओं के जल्द खुलास तथा अभद्रता करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए तीन सितंबर तक का समय दिया है। यहां ब्लॉक प्रमुख हर्षल चौधरी, उप्र उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष अंकित गोयल, व्यापार मंडल के दोनों गुटों के नगर अध्यक्ष विपुल जैन, अनिल गुप्ता, सर्राफा यूनियन अध्यक्ष राकेश वर्मा, शगुन मित्तल, यश अग्रवाल, मानस सिंघल, इंतजार आदि मौजूद रहे।

डीएम-एसएसपी ने रात में की वार्ता
डीएम जसजीत कौर व एसपी अभिषेक ने मंगलवार देर रात धरनारत लोगों की 14 सदस्यीय कमेटी से वार्ता की। उन्होंने कार्रवाई के लिए तीन-चार दिन मांगे। इसके बाद बुधवार को धरना समाप्ति पर सहमति बन गई।

ये रखीं पांच मांगें
प्राचीन देवी मंदिर व बनखंडी मंदिर में चोरी का तीन दिन में खुलासा हो तथा सामान की सौ फीसदी की बरामदगी हो।

चोरी की घटना के बाद नगरवासियों से अभद्रता करने वाले पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई हो।

चोरी की घटना में शामिल आरोपियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।

नगरवासियों व व्यापारियों की सुरक्षा के लिए कठोर कदम उठाए जाएं।

नगरवासियों का किसी प्रकार से उत्पीड़न न किया जाए। चोरी की पूर्व में हुई घटनाओं का खुलासा किया जाए।

पीएसी बल रहा तैनात
मंदिरों में चोरी की घटना से आक्रोश और धरने के चलते पुलिस-प्रशासन अलर्ट रहा। इस बीच कोई असामाजिक तत्व माहौल न बिगाड़ दे। इसलिए धरनास्थल के निकट दमकल की गाड़ी रही। वहीं, पीएसी तैनात रही।

पुलिस हिरासत में कई संदिग्ध
मंदिरों में चोरी की घटनाएं पुलिस के लिए चुनौती हैं। एसपी ने जल्द खुलासे के लिए एसओजी समेत तीन टीमें लगाई हैं। ये टीमें मंदिरों के आसपास लगे सीसीटीवी की फुटेज खंगाल रही हैं। वहीं, पुलिस ने कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है। वहीं, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अनिल कपरवान का कहना है कि शीघ्र ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

मंदिरों में चोरी की घटनाओं के खुलासे की मांग
अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के पदाधिकारियों ने बुधवार को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन कलक्ट्रेट पहुंचकर डिप्टी कलक्टर मणि अरोरा को सौंपा। जिसमें उन्होंने कैराना स्थित देवी मंदिर व बनखंडी महादेव मंदिर में हुई चोरी की घटना में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई मांग की।

इस मौके पर संगठन के अध्यक्ष पंकज गुप्ता ने कहा कि 22 अगस्त की रातप्राचीन सिद्धपीठ मां बाला सुंदरी देवी मंदिर से बदमाशों ने ताले तोड़कर प्राचीन छत्र, मुकुट आदि चोरी कर लिए। इस घटना का खुलासा भी नहीं हुआ था कि 29 अगस्त को दिनदहाड़े बनखंडी मंदिर को निशाना बनाते हुए मंदिर से शेषनाग छत्र, शिवलिंग मूर्तियां खंडित कर प्रशासन को खुली चुनौती दे दी। उन्होंने कहा कि कैराना पुलिस चोरी की घटनाओं का खुलासा करने में नाकाम है। इन घटनाओं का जल्द खुलासा नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। इस अवसर पर रवि मित्तल, अमित गर्ग, राहुल, कमल, प्रदुमन गर्ग, रामनाथ, विकास जिंदल, रूपम अग्रवाल, आयुष गोयल आदि मौजूद रहे।