शामली। अपर दोआब शामली चीनी मिल के अफसरों ने वर्ष 2021-22 का संपूर्ण गन्ना भुगतान अगले साल जनवरी 2023 तक किए जाने की घोषणा की। मिल के अफसरों की घोषणा के बाद किसान भड़क उठे। उन्होंने शीघ्र भुगतान की बात कही।

भूख हड़ताल के दौरान खाप चौधरी राजेंद्र मलिक न चीनी मिल के अफसरों से संपूर्ण गन्ना भुगतान करने का शेड्यूल मांगा, जिस पर मिल के गन्ना महाप्रबंधक सुशील खोखर ने कहा कि पिछले पेराई सत्र का संपूर्ण भुगतान अगले साल जनवरी 2023 तक कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शामली मिल परेशानी के दौर में है। सरकार से सॉफ्ट लोन कराए अन्यथा मिल को अपनी भूमि बेचकर भुगतान करना पड़ेगा। भूमि बिक्री में भी काफी समय लग सकता है।

गन्ना महाप्रबंधक सुशील खोखर ने कहा कि मिल 27 करोड़ प्रति माह तीन किस्तों में बकाया गन्ना भुगतान मिल करेगी। 9 करोड़ का भुगतान शामली चीनी मिल 11 सितंबर को करेगी। किसानों ने कहा कि मिल के अफसर 9 करोड़ का चेक आज ही जारी करें या फिर प्रशासन मिल के जीएम को जेल भेजे। इस पर एसडीएम सदर विशु राजा, डीसीओ विजय बहादुर सिंह, सीओ ने मिल के अफसरों को चेताया कि चेक जारी नहीं किया गया तो मिल के जीएम के खिलाफ कार्रवाई होगी। जिस पर मिल के जीएम को 9 सितंबर का अग्रिम भुगतान का चेक जारी करने के लिए मजबूर होना पड़ा।

खाप चौधरी राजेंद्र मलिक ने चेताया कि यह न मानें कि किसान 9 करोड़ रुपये का चेक मिल कर संतुष्ट हो गए। नए पेराई सत्र से पहले संपूर्ण गन्ना भुगतान करें। उन्होंने कहा कि जब तक गन्ने का बकाया गन्ना भुगतान न हो तब तक किसानों के नलकूपों और घरों के कनेक्शन न काटे जाएं। बिजली निगम की टीम गांवों में गई तो उन्हें बंधक बनाया जाएगा। इस मौके पर एसडीएम सदर विशु राजा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बकाया न जमा करने पर कनेक्शन न काटने के निर्देश दिए हैं। भूख हड़ताल में भाकियू अराजनैतिक के पउप्र महासचिव राजेंद्र सिंह, राष्ट्रीय संगठन एवं प्रचार मंत्री बलवीर सिंह, शामली तहसील अध्यक्ष गौतम पंवार मौजूद रहे।