शामली। भाकियू की पंचायत के बाद दीपावली से पहले 60 करोड़ रुपये का किसानों को बकाया भुगतान किए जाने के बाद जिले की मिलों पर 427.62 करोड़ रुपये का किसानों का चीनी मिलों पर भुगतान बकाया है।

शामली चीनी मिल पर गत अक्तूबर को भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत की अगुवाई में किसानों की पंचायत हुई थी। जिसमें जिले की शामली, ऊन, थानाभवन चीनी मिलों को 60 करोड़ रुपये का गन्ना भुगतान दिया जाना तय किया गया था। मिलों की ओर से 20 अक्तूबर तक 60 करोड़ रुपये दिए जाने का समय दिया गया था। मिलों की ओर 60 करोड़ रुपये दिए जाने के बाद किसानों का कुल 427.62 करोड़ रुपये बकाया रह गया है। जिसमें शामली चीनी मिल पर 186.52 करोड़ रुपये, ऊन चीनी मिल 86.12 करोड़ रुपये, थानाभवन चीनी मिल पर 154.98 करोड़ रुपये अवशेष है। शामली चीनी मिल दस फरवरी, ऊन चीनी मिल तीन मार्च और थानाभवन चीनी मिल दस फरवरी तक बकाया गन्ना भुगतान कर चुकी है। थानाभवन चीनी मिल पर मात्र 34 दिन का बकाया भुगतान किया है।

शामली। जिले की चीनी मिलों का पेराई सत्र पिछड़ गया है। जिले की बजाज समूह की थानाभवन चीनी मिल 28 अक्तूबर के स्थान पर अब 31 अक्तूबर को चालू होगी। थानाभवन चीनी मिल की रिकवरी 8.5 प्रतिशत तक पहुंच गई है। मिल के गन्ना महाप्रबंधक अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि 26 अक्तूबर से केंद्रों पर गन्ना खरीद शुरू होगी। शामली चीनी मिल की गन्ना रिकवरी 8.30 प्रतिशत दर्ज की गई है। शामली मिल की गन्ना रिकवरी थानाभवन चीनी मिल से कम है। मिल के गन्ना महाप्रबंधक सुशील खोखर ने बताया कि शामली चीनी मिल 31 अक्तूबर से चालू होगी। 30 अक्तूबर से खरीद केंद्रों और मिल गेट पर 31 अक्तूबर से गन्ना खरीद होगी। हालांकि ऊन चीनी मिल चार नवंबर से पेराई सत्र चालू करने बात कह रही है।

मिलें कुल गन्ना मूल्य किया भुगतान अवशेष
1- शामली 374.67 188.15 186 52
2- ऊन 337 250.87 86.12
3- थानाभवन 439.99 2 85,00 154.98
कुल योग 724.02 427.62