शामली। विधानसभा उप चुनाव के बाद जिले के नगर निकायों के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए रालोद- सपा और भाजपा अपनी अपनी तैयारियों में जुट गए है। रालोद सुप्रीमो जयंत चौधरी आगामी 14 दिसंबर को दिल्ली में बैठक लेकर रालोद और सहयोगी दलों को सीट बंटवारे का संकेत दे सकते है। 13 दिसंबर की रालोद निकाय चुनाव को लेकर मेरठ में पार्टी कार्यालय मेें दोपहर 12 बजे होगी। जिसमें जिलाध्यक्ष, क्षेत्रीय अध्यक्ष को अपने जिलो की निकाय चुनाव को लेकर विचार विर्मश किया जाएगा। किन सीटों पर रालोद और सहयोगी दल मजबूत है, इसकी रिपोर्ट पार्टी पदाधिकारियों से मांगी है।

शनिवार को प्रदेश रालोद निकाय चुनाव समन्वय समिति की बैठक लेकर रालोद के सुप्रीमो जयंत सिंह चौधरी ने यह निर्देश दिए है कि जिले में निकाय स्तर पर बैठक आयोजित करके जातिगत गणित के आधार पर यह समीक्षा तैयार कर लें कि कौन सीट पर रालोद और गठबंधन सहयोगी मजबूत है। रालोद प्रदेश नगर निकाय चुनाव समन्वय समिति की दिल्ली में रालोद पार्टी कार्यालय में बैठक हुई। नगर निकाय चुनाव समन्वय समिति में रालोद के पूर्व विधायक अब्दुल राव वारिस शामली, मुजफ्फरनगर के पूर्व सांसद राजपाल सैनी, देवबंद के पूर्व विधायक मनोज चौधरी, डा. नीरज चौधरी बिजनौर, बाबूलाल मथुरा मौजूद रहे। पूर्व विधायक अब्दुल राव वारिस ने बताया कि दिल्ली में रालोद नगर निकाय चुनाव समन्वय समिति की बैठक में किन किन नगर पंचायत और नगर पालिका परिषद और नगर निगम में पार्टी को चुनाव लड़ना है। और कौन- कौन से नगर निकाय गठबंधन सहयोगी दलो को जानी है। संगठन में जिलाध्यक्षों, मंडल अध्यक्षों एवं क्षेत्रीय अध्यक्षों को अनिवार्य रुप से प्रत्येक नगर निकायों पर चर्चा करनी है।

जिला स्तर पर रालोद को बैठक करके मंथन करने जातिगत समीकरण के आधार पर यह समीक्षा की जानी है कि कि कौन सीट पर रालोद अथवा गठबंधन के सहयोगी दल मजबूत है। नगरपालिका परिषद और नगर पंचायत के चुनाव को मंथन को लेकर आगामी बैठक 13 दिसंबर को मेरठ में रालोद पार्टी कार्यालय में दोपहर 12 बजे होगी। जिसमें रालोद के सभी विधायक, जिलाध्यक्ष, हस्तिनापुर क्षेत्र के मंडल अध्यक्षो की बैठक में अपने जिलो की निकाय चुनाव की रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। आगामी 14 दिसंबर को दिल्ली में प्रदेश निकाय चुनाव समन्वय समिति की बैठक रालोद के सुप्रीमो जयंत सिंह चौधरी मौजूद रहेंगे। इस बैठक में रालोद और सहयोगी दलों को निकाय चुनाव की सीटो पर चर्चा करके यह तय कर लिया जाएगा। कौन सीट रालोद और दूसरे सहयोगी दलो को कौन सीट जा सकती है।