शामली जनपद में काला पीलिया के लगातार केस मिल रहे हैं। इस बात की पुष्टि सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर जांच कराने के लिए लगातार आ रहे मरीजों से हुई है। जिले में अप्रैल 2022 से लेकर मार्च 2023 तक एचसीवी के 2344 और अप्रैल 2022 से लेकर मार्च 2023 तक एचबी पॉजीटिव के 269 केस मिले हैं।

बता दें कि हर माह 10 और 25 तारीख को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर हेपेटाइिस सी और हेपेटाइटिस बी की जांच होती है। इसके लिए शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक लोग पहुंचते हैं। काला पीलिया (हेपेटाइटिस-सी) बताया जा रहा है। लगातार काला पीलिया के केस मिलने से स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ है। जहां इनके सैंपल एकत्र किए जा रहे हैं, वहीं सरकारी अस्पतालों से दवाइयां तक उपलब्ध कराई जा रही है। इतना ही नहीं सैंपलों को जांच के लिए मेरठ मेडिकल कॉलेज लैब में भेज दिया गया है, इनकी रिपोर्ट आनी अभी बाकी है।

जानकारी के अनुसार केमिकल युक्त पानी और गंदे पानी की वजह से पीलिया जैसी बीमारी फैलती है। जिले में कंडेला क्षेत्र में कई फैक्ट्री संचालित हैं। इसके अलावा कैराना के मामौर झील का पानी दूषित है। इस वजह से मामौर में काला पीलिया से अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है।

जिलेभर में अप्रैल 2022 से लेकर मार्च 2023 तक एचसीवी के 2344 पॉजीटिव केस एक्टिव हैं। जबकि गत अप्रैल 2022 से लेकर मार्च 2023 तक एचबी पॉजीटिव के 269 एक्टिव हैं। सबसे ज्यादा एचसीवी के केस गत अक्तूबर महीने में 273 मिले हैं वहीं एचबी के भी इसी महीने में 32 केस मिले हैं। इन सभी का उपचार चल रहा है। सरकारी अस्पतालों में उपचार के लिए प्रर्याप्त दवा उपलब्ध है।