शामली। फर्जी तरीके से नियुक्ति लेने के मामले में बीएसए ने सेठपाल की सेवा समाप्त कर दी है। साथ ही उससे वसूली के लिए फाइल तैयार की जा रही है। वर्ष 2009 से लिया गया वेतन भी ब्याज सहित वसूला जाएगा। इसके लिए फाइल निदेशालय को भेजी जाएगी। निदेशालय से आदेश मिलने के बाद सेठपाल से वसूली शुरू हो जाएगी।
सहारनपुर के खलासी लाइन निवासी सेठ सिंह उर्फ सेठपाल ने फर्जी तरीके से वर्ष 2009 में मृतक आश्रित में नौकरी पा ली थी और फर्जी तरह से नियुक्ति लेने की वीरेंद्र सिंह ने शिकायत की। इसके बाद तत्कालीन बीएसए ने उसकी सेवा समाप्त कर दी थी, लेकिन सेठपाल ने हाईकोर्ट का सहारा लिया। हाईकोर्ट से राहत नहीं मिलने के बाद सेठपाल की बीएसए ने सेवा समाप्त कर दी। अब सेठपाल से वसूली करने के लिए पता लगाया जा रहा है कि लिपिक ने वर्ष 2009 से अब तक कितना वेतन लिया है। इसके लिए बीएसए ने बीआरसी को पत्र भेजकर आदेश दिए हैं। साथ ही रिकवरी करने के लिए फाइल तैयार की जा रही है ताकि फर्जी तरीके से नियुक्ति पाकर लिए गए वेतन की वसूली हो सके। फाइल तैयार करने के बाद निदेशालय को पत्र भेजा जाएगा। निदेशालय से आदेश मिलने के बाद सेठपाल से वेतन की ब्याज सहित रिकवरी की जाएगी।
लिपिक सेठपाल की नियुक्ति बीआरसी पर थी और बीआरसी पर बीईओ को पत्र लिखा गया है। वर्ष 2009 से अब तक लिए गए वेतन की ब्याज सहित वसूली करने के लिए निदेशालय को पत्र भेजा जाएगा।