शामली। ट्रांसफार्मरों और फीडरों पर बिजली आपूर्ति, खपत का पूरा हिसाब रहेगा। इसके लिए शामली में ट्रांसफार्मरों से लेकर फीडरों पर स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इस कार्य के लिए कंपनी को ठेका दे दिया गया है। कंपनी ने प्रथम चरण का काम भी शुरू कर दिया है। इसमें ट्रांसफार्मरों, फीडरों पर बिजली के नए खंभे लगवाए जा रहे हैं। लाइन लॉस को भी विभागीय अधिकारी कम करने का प्रयास कर रहे हैं।

शामली जिले की बात की जाए तो यहां पर करीब ढाई लाख विद्युत उपभोक्ता हैं। बिजली संबंधित समस्याओं का दूर करने के लिए तथा आरडीएसएस योजना के तहत बिजली तंत्र में सुधार के कार्य शुरू हो गए। बिजली चोरी पर अंकुश लगाना और लाइन लॉस में कमी लाने के साथ ही दुर्घटनाओं में कमी लाने को फोकस किया गया है। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने शामली में भी इस दिशा में काम शुरू करा है। पुनरोत्थान वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) के तहत कार्य शुरू हो गए। इसके प्रथम चरण में बिजली लाइनों में सुधार होगा।

इसके तहत नए फीडर बनाए जाएंगे। अलग-अलग फीडरों से लाइनों को जोड़ा जाएगा, ताकि बिजली का भार कम हो सके। ओवरलोड ट्रांसफार्मर हैं तो वहां पर नए ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे। झूलती लाइनों से होने वाली समस्याओं के निस्तारण के लिए खंभों के बीच के स्थान को कम किया जाएगा। इसके लिए नए टॉवर भी लगेंगे। साथ ही चोरी रोकने, लाइन लॉस कम करने, ट्रांसफार्मरों के क्षतिग्रस्त होने में कमी लाने के लिए पीवीसी कोटेड लाइनों का जाल बिछाया जाएगा। इससे दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी।