शामली। बकाया गन्ना भुगतान न किए जाने की मांग को लेकर किसानाें ने शामली गन्ना समिति कार्यालय में पहुंचकर धरना दिया। किसानों ने कहा कि दोआब चीनी मिल का बकाया गन्ना भुगतान न करने पर तत्काल चीनी मिल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके आरसी जारी करने की मांग की। डीसीओ के आश्वासन पर किसानों ने शामली गन्ना समिति कार्यालय में बेमियादी धरना समाप्त कर दिया।आगामी दो अगस्त तक उनकी मांगे पूरी न होने पर धरना प्रदर्शन जारी करने की घोषणा की।
सोमवार को सुबह 11 बजे विनोद निर्वाल के नेतृत्व में किसानों ने शामली गन्ना सहकारी समिति कार्यालय पर बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर धरना दिया। धरना के दौरान किसानों ने कहा कि शामली चीनी मिल पर इस सत्र का 270 करोड़ रुपये बकाया है। चीनी मिल इस सत्र का बकाया गन्ना भुगतान करने में ढिलाई बरत रहा है। किसानों ने बकाया गन्ना भुगतान न करने पर शामली चीनी मिल के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने और चीनी मिल की आरसी जारी करने की मांग की है। बाद में डीसीओ विजय बहादुर सिंह ने किसानों को वार्ता के लिए बुलाया।

किसानो ने डीसीओ विजय बहादुर सिह को ज्ञापन देकर शामली चीनी मिल से किसानो का बकाया गन्ना भुगतान कराए जाने की मांग की है। डीसीओ से वार्ता के बाद किसानों ने आगामी दो अगस्त तक बेमियादी धरना समाप्त कर दिया। गन्ना समिति कार्यालय के धरने में अफसर चौहान,रणपाल सिह निर्वाल,रामपाल सिह कसेरवा, बाबा उदयवीर बनत,सुधीर कालखंडे,कुंवरवीर,योगेश निर्वाल,करमपाल,रामपाल सिह,चेनपाल, लाल्ला, खालिद हामिद बलवा, कृष्ण प्रधान, यशपाल सिंह, सुदेश, अनेंद्र वर्मा, सहेंद्र, यशपाल सिंह, नीटू आदि मौजूद रहे ।
पंजोखरा गांव का खरीद केंद्र खतौली मिल को आवंटित करने की मांग उठी

पंजोखरा गांव के प्रधान संदीप कुमार ने डीसीओ विजय बहादुर सिंह, उप गन्ना आयुक्त सहारनपुर,गन्ना आयुक्त लखनऊ को पत्र भेजकर अवगत कराया कि पंजोखरा गांव का गन्ना खरीद केंद्र शामली चीनी मिल की ओर से संचालित किया जा रहा है। शामली चीनी मिल की किसानों की गन्ना भुगतान की स्थिति बहुत खराब चल रही है। शामली चीनी मिल की बकाया गन्ना भुगतान न करने पर किसानों का न तो बिजली बिल जमा नही हो पा रहे हैं। न ही बच्चों की स्कूूली फीस जमा हो पा रही है। पंजोखरा गांव का गन्ना खरीद केंद्र को वर्ष 2023- 24 में शामली मिल से हटाकर मुजफ्फरनगर जिले की खतौली मिल को आवंटित किए जाने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में त्रिभुवन सिंह,यशपाल सिंह, पूर्व प्रधान ईश्वर पाल सिंह आदि शामिल रहे।