शामली/ कैराना/ कांधला/ ऊन/ जलालाबाद। जनपद के आंगनबाड़ी केंद्रों की हालत काफी खस्ता नजर आ रही है और वहां सुविधाओं के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। जनपद में करीब 60 प्रतिशत आंगनबाड़ी केंद्र जर्जर हालत में हैं तो कुछ में तो बिजली, पानी की सुविधा तक नहीं है। कई आंगनबाड़ी केंद्र तो किराये के भवन में चल रहे है। कई केंद्रों पर शौचालयों की व्यवस्था नहीं है और समय से पहले वह बंद हो जाते है। केंद्रों की स्थिति देखने के लिए टीम ने पड़ताल की तो वहां उनकी पोल खुलती नजर आई। जनपद के कई केंद्रों पर जाकर व्यवस्था देखी गई तो कई केंद्रों पर ताला लटका नजर आया तो कई पर पानी की व्यवस्था तक नहीं मिली। केंद्रों पर सुविधाओं का टोटा नजर आया।

स्थान: गांव करमू खेडी- आंगनबाड़ी केंद्र की हालत तो ठीक है, लेकिन वहां छोटे बच्चों के लिए सुविधाओं का टोटा है। वहां उनके लिए शौचालय व पीने के पानी की व्यवस्था तक नहीं है। ऐसे में बच्चों को काफी परेशानी होती है।

स्थान: गांव मुंडेट कला- आंगनबाड़ी केंद्र उच्च प्राथमिक स्कूल भवन में बना हुआ है। वहां बच्चों को पानी पीने के लिए भी स्कूल के हैंडपंप पर जाना पड़ता है और उनके शौचालय का प्रयोग करना पड़ता है। विभाग द्वारा कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है।