शामली। शामली मिल पर आयोजित किसान महापंचायत में किसानों की सैलाब उमड पडा। रालोद सुप्रीमो चौधरी जयंत सिंह ओर भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत की मौजूदगी ने लोगों की उम्मीद भी बढाई, लेकिन छह घंटे तक चली महापंचायत के दौरान अफसरों से हुई वार्ता में कोई परिणाम नहीं निकला।

शामली चीनी मिल गेट के बाहर मिल रोड पर सर्व खाप समन्वय किसान मंच के नेतृत्व में महापंचायत में सुबह दस बजे से किसानों के ट्रैक्टरों का आना शुरू हो गया था। दोपहर 12 बजे महापंचायत शुरू हुई। हाजी मतलूब गोगवान, सुरेंद्र सिंह गुर्जर की अध्यक्षता में हुई महापंचायत में आयोजकों की ओर से कहा गया कि शामली मिल के अफसर महापंचायत में किसान के बीच आ जाए अन्यथा महापंचायत में शामिल किसान मिल की ओर कूच कर देंगे।

शामली चीनी मिल के वाइस प्रेसीडेंट सुशील चौधरी, गन्ना महाप्रबंधक बलधारी सिंह, अतिरिक्त गन्ना महाप्रबंधक दीपक राणा, नरेश कुमार सिंह और एडीएम वित्त एवं राजस्व संतोष कुमार सिंह, शामली गन्ना समिति के सचिव मुकेश राठी पहुंच गए।

महापंचायत में दोपहर 12 बजे भाकियू के राकेश टिकैत और रालोद सुप्रीमो जयंत सिंह चौधरी ढाई बजे महापंचायत में पहुंच गए। चीनी मिल के अफसरों, किसानों, खाप चौधरियों की वार्ता में कोई निर्णय नही निकला। वक्ताओं ने शामली चीनी मिल का वर्ष 2022-23 का संपूर्ण गन्ना भुगतान करने के बाद शामली चीनी मिल चालू करने की मांग की।

सपा के वरिष्ठ नेता पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक ने कहा कि चीनी मिल के अफसर किसानों को ब्याज सहित भुगतान करें। नए सत्र में 14 दिन में भुगतान किया जाता है तो चीनी मिल चालू हो सकती है।

थानाभवन विधायक अशरफ अली ने कहा कि बकाया गन्ना भुगतान न करने का मामला विधानसभा और गन्ना मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक मिल कर उठाया गया है। फिर से विस में उठाया जाएगा। मुख्यमंत्री को डिफाल्टर चीनी मिलों के किसानों के गन्ना भुगतान के लिए एक फंड की व्यवस्था करनी चाहिए

रालोद सदर विधायक प्रसन्न चौधरी ने कहा कि वह किसानों की समस्याओं के समाधान करने और उनके हक की लड़ाई के लिए हमेशा सघर्ष करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की दुर्दशा के लिए यूपी की भाजपा सरकार जिम्मेदार है।

सिवालखास के विधायक गुलाम मोहम्मद ने कहा कि किसानों का बकाया गन्ना भुगतान नहीं होने से वह बिजली के बिल का भुगतान कैसे कर पाएगा। शामली मिल की ओर से किसानों को संपूर्ण भुगतान होने पर मिल को चलने दिया जाएगा।

पूर्व विधायक राव वारिश ने कहा कि पिछले 2022 के चुनाव के दौरान सरकार ने बकाया गन्ना भुगतान किया था। किसानों को एकजुट होना होगा और अपनी ताकत को समझना होगा। किसान रुपये लेकर ही उठें।

बुढ़ाना के पूर्व विधायक नवाजिश आलम ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे चौधरी अजित सिंह का मुजफ्फरनगर और शामली जिले में चीनी मिलें स्थापित कराने का योगदान रहा है।

महंगाई की चर्चा करते हुए पुरकाजी विधायक अनिल कुमार ने कहा कि भाजपा सरकार में महंगाई बढ़ी है।डीजल, पेट्रोल के साथ मंहगाई ने आम जनता की कमर तोड़ दी है। जीएसटी लगाकर व्यापारियों को बर्बाद किया जा रहा है।

पूर्व मंत्री योगराज सिंह, मुजफ्फरनगर जिले के पूर्व जिला पंचायत तरसपाल सिंह मलिक आदि ने विचार व्यक्त किए। सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधीर पंवार ने कहा कि सपा किसानों के साथ है। हर परिस्थिति में किसानों का समर्थन किया जाएगा।

आखिर में धरना संयोजक संजीव चौधरी ने कहा कि संपूर्ण गन्ना भुगतान होने के बाद शामली चीनी मिल के पेराई सत्र चालू होने दिया जाएगा। मिल को चेतावनी दी है यदि चीनी मिल जल्द संपूर्ण गन्ना भुगतान नही करती है तो आगामी 16 नवंबर में फिर महापंचायत होगी। महापंचायत का संचालन राजबहादुर की ओर से किया गया।

महापंचायत में बाबा संजय कालखंडे, संजीव सिलावर, यश्पाल सिंह, देवा प्रधान, बाबूराम, श्याम सिंह, रालोद जिलाध्यक्ष चौधरी वाजिद अली, पूर्व विधायक राव वारिश, पूर्व विधायक नवाजिश आलम तरसपाल मलिक, राजन जावला, डॉ. कुलदीप उज्जवल, नवोदय लोक चेतना समिति के देवेंद्र कुमार धामा, मा. ओमबीर सिंह ढाका, सौरभ,गौरव, इकरा हसन, परीक्षित चौधरी, शोकिंद्र, सुनील पंवार आदि मौजूद रहे।