शामली। झिंझाना में बिना एस्टीमेट जहां कोल्हू पर बिजली कनेक्शन दे दिया गया। वहीं एक अन्य मामले में भी एस्टीमेट किसी के नाम का बना, जबकि कनेक्शन किसी दूसरे को दे दिया गया। दोनों मामले का पता लगने के बाद ऊर्जा निगम के अधिकारियों में अफरातफरी मची हुई है। दोनों मामलों की जांच एक्सईएन ने शुरू करा दी है।
ऊर्जा निगम के अधिकारियों को पता चला है कि झिंझाना में मुकेश नाम के व्यक्ति को सीजनल कोल्हू के लिए बिजली कनेक्शन दिया गया, जो नियम विरुद्ध है। जिस ट्रांसफार्मर से संयोजन किया गया, उसकी कोल्हू परिसर से दूरी लगभग 200 मीटर है। इस प्रकरण में उपभोक्ता को अनुचित लाभ दिया गया। क्योंकि यदि दूरी 200 मीटर होती है तो इसके लिए बाकायदा एस्टीमेट जारी होता है और लाइन खिंचवानी होती है।
दूसरे मामले में ऊर्जा निगम के अधिकारियों ने पहले तो एक किलोवाट का विद्युत कनेक्शन देने के लिए करीब 30 हजार रुपये का एस्टीमेट बनाया। मगर बाद में यह बिजली कनेक्शन बिना एस्टीमेट किसी अन्य के नाम दे दिया गया। जेई प्रेम का कहना है कि दोनों मामलों की जानकारी नहीं है। कोल्हू से यदि दूरी 200 मीटर है तो इसके लिए अलग से एस्टीमेट बनाना होता है, यदि लाइनमैन ने ऐसा किया है तो जांच कराकर कार्रवाई कराई जाएगी।
एक्सईएन रवींद्र प्रकाश का कहना है कि दोनों मामलों का पता लगा है। मामलों की जांच कराई जाएगी। यदि धोखाधड़ी मिलती है तो जेई और अन्य के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।