शामली।   सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में बताया गया कि पाकिस्तान उच्चायोग से भारत की विपक्षी पार्टी के कुछ नेताओं को आम भेजे गए हैं। जिन नेताओं को आम भेजे जाने की बात कही गई, उनमें राहुल गांधी, अखिलेश यादव, कपिल सिब्बल आदि के साथ कैराना की सपा सांसद इकरा हसन का नाम भी शामिल है। इस पोस्ट के वायरल होने के बाद हर ओर इस खबर की चर्चा होने लगी।

इस पोस्ट पर कैराना सांसद इकरा हसन ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें पाकिस्तान की तरफ से आम नहीं भेजे गए हैं। यह खबर पूरी तरह फर्जी है। उनका नाम पाकिस्तान के जोड़कर बदनाम करने की विपक्ष की साजिश है। इस तरह की पोस्ट को वायरल करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।

देर शाम इकरा हसन के प्रतिनिधि मनोज राणा ने कोतवाली में तहरीर दी। तहरीर में लिखा कि कुछ वेबसाइट ने मनघड़ंत फर्जी समाचार पोस्ट किया है। एक ओर पाकिस्तान द्वारा हमारे देश की सीमा पर घुसपैठ की जा रही है। हमारे वीर सैनिक देश की रक्षा करते हुए शहीद हो रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तान की तरफ से कोई भी उपहार या आम की पेटी कैसे स्वीकार की जा सकती है। इसलिए ऐसी पोस्ट लिखने वाले और उसे व्हॉट्सएप या अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। कैराना पुलिस ने मामले की जांच करने की बात कही है।