शामली। गन्ना समिति के डेलीगेट चुनाव का बिगुल बज चुका है। डेलीगेट चुनाव के लिए शामली क्षेत्र के पचास से अधिक किसानों को मतदाता सूची में मृत दिखाते हुए नाम काट दिए। पता चलने पर भाकियू कार्यकर्ता और किसान शामली समिति कार्यालय पर पहुंचे और डीसीओ, सचिव का घेराव करते हुए जमकर हंगामा किया। साथ ही धरना भी दिया। डीसीओ ने जांच के भी निर्देश दिए। किसानों की मांग पर सूची को बोलकर किसानों से सत्यापन कराया गया।

बृहस्पतिवार को भाकियू टिकैत के जिलाध्यक्ष कालेंद्र सिंह मलिक और प्रदेश महासचिव धीरज लाटियान, जिला उपाध्यक्ष अमरदीप लाठियान के नेतृत्व में तितावी क्षेत्र के बुडीना कलां और अन्य गांव के किसान शामली गन्ना सहकारी समिति कार्यालय पर पहुंचे और हंगामा किया। आरोप लगाया कि जिंदा किसानों को भी मतदाता सूची में मृत दर्शा दिया गया।

किसानों ने समिति के सचिव ओमप्रकाश सिंह और डीसीओ रणजीत सिंह कुशवाहा को मौके पर बुलाकर घेराव किया और धरने पर बैठ गए। किसानों के अनुसार शामली गन्ना सहकारी समिति के डेलीगेट चुनाव आगामी तीन अक्तूबर, डायरेक्टर चुनाव 16 अक्तूबर, उपसभापति और सभापति के चुनाव 17 अक्तूबर को होंगे। आरोप है कि डेलीगेट के चुनाव के लिए 50 से ज्यादा जिंदा किसानों को मृत बताते हुए मतदाता सूची से नाम काट दिए हैं।

किसानों की मांग पर डीसीओ के निर्देश पर समिति के सचिव ओमप्रकाश सिंह ने बुडीना कलां के किसानों के नाम बोलकर सुनाए गए और सत्यापन कराया। बाद में डीसीओ रणजीत सिंह ने सचिव को बुडीना कलां गांव टीम भेजकर पूरे मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया देते हुए शुद्धिकरण करके लिस्ट तलब की है। इस दौरान मानसिंह मलिक, अमरदीप लटियान, अजय मलिक समेत काफी संख्या किसान मौजूद रहे।