कैराना। उत्तर प्रदेशीय सफाई कर्मचारी संघ के आगे आखिरकार पालिका प्रशासन को झुकना पड़ा। प्रशासन ने बैकलॉग कर्मचारियों को मूल कार्य पर भेजने और 30 दिनों का वेतन देने की मांग मान ली है। मामले का पटाक्षेप होने से सफाईकर्मियों की हड़ताल भी टल गई।

नगरपालिका में पिछले कई दिनों से उत्तर प्रदेशीय सफाई कर्मचारी संघ शाखा कैराना के अध्यक्ष दीपक कुमार पाहिवाल के नेतृत्व में कर्मचारियों का प्रदर्शन चल रहा था। उन्होंने बताया कि महीने में 30 दिन कर्मचारी सफाई का कार्य करते हैं, जिन्हें वेतन भी सभी दिनों का मिलता था, लेकिन अब 26 दिन का वेतन देने को कहा गया है। उन्होंने ईओ समीर कुमार का घेराव करने के साथ ही भेदभाव और तानाशाही के आरोप भी लगाए थे।

वहीं, नाराज कर्मचारियों ने रविवार को कार्य करने से इन्कार कर दिया था, उनकी मांग यह भी थी कि बैकलॉग कर्मचारियों को मूल सफाई कार्य पर नियुक्त करें। एक दिन पूर्व संघ की ओर से पालिका कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए मांगें पूरी नहीं होने पर मंगलवार को हड़ताल की चेतावनी दी थी। हालांकि, मंगलवार को कर्मचारियों ने सफाई कार्य किया। इसके बाद पालिका कार्यालय पर कर्मचारियों की बैठक हुई।

कर्मचारियों की नाराजगी को भांपते हुए पालिकाध्यक्ष शमशाद अहमद अंसारी और ईओ समीर कुमार कश्यप उनकी बात मानने को तैयार हुए। तत्काल दस बैकलॉग कर्मचारियों को सफाई हल्कों में तैनाती के आदेश दिए गए। यही नहीं महीने के पूरे 30 दिनों का वेतन कर्मचारियों को देने की मांग भी मान ली गई। तीसरी मांग संघ के कक्ष के कार्य के लिए आश्वासन दिया। शाखा अध्यक्ष दीपक कुमार पाहिवाल ने बताया कि उनकी सभी मांगें मान ली गई हैं। कर्मचारी बदस्तूर कार्य करेंगे।