शामलीः उत्तर प्रदेश के शामली में एक महिला ड्रग इंस्पेक्टर सलवार सूट पहनकर मेडिकल स्टोर में घुस गईं. उनके साथ स्टाफ भी मौजूद था. अचानक ड्रग इंस्पेक्टर के रेड मारते ही स्टोर संचालक घबरा गया. महिला इंस्पेक्टर ने पूरी दवाईयों की चेकिंग कर डाली और एफआईआर की धमकी भी दी. फिर संचालक को धमकाते हुए तीखे तेवर में कहा कि- लगता है तुम चाहते नहीं स्टोर चले. कहा कि डिमांड पूरी करो और आराम से काम करो. डर सहमे संचालक ने 20-30 हजार रुपए की रिश्वत देने की पेशकश कर दी. अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. आरोप है कि ड्रग इंस्पेक्टर निधि पांडेय ने 50 हजार रुपए की रिश्वत की डिमांड की थी.

शामली जनपद में ड्रग इंस्पेक्टर निधि पांडेय की बेहद चौंकाने वाली हरकत सामने आई है. एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें ड्रग इंस्पेक्टर निधि पांडेय एक मेडिकल स्टोर पर कार्रवाई के लिए पहुंचीं थीं. मेडिकल स्टोर पर रखी दवाईयों की जांच पड़ताल शुरू कर दी. वीडियो मे ड्रग इंस्पेक्टर निधि पांडेय खुद अनियमितताओं का बखान कर रही हैं और मेडिकल संचालक पर कार्रवाई और एफआईआर कराने की धमकी दे रही हैं.

जिसके बाद निधि पांडेय ने मेडिकल स्टोर संचालक से रिश्वत की पेशकश की. मेडिकल स्टोर संचालक से 50 हजार रुपए रिश्वत मांगने का आरोप है. घूसखोरी का यह वीडियो ड्रग इंस्पेक्टर के प्राइवेट असिस्टेंट ने अपने कैमरे मे कैद कर लिया. बाद में इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वायरल वीडियो में मेडिकल संचालक 25-30 हजार रुपए देने की बात कह रहा है. ड्रग इंस्पेक्टर निधि पांडेय 50 रुपए की डिमांड कर रही हैं. सीधे तौर पर धमकी देते हुए कानून का पाठ भी पढ़ा रही हैं.

निधि पांडेय वीडियो में कह रही हैं कि वो चाहती है कि मेडिकल स्टोर चले, लेकिन तुम मेडिकल स्टोर चलाना नहीं चाह रहे हो. डिमांड पूरी करो और आराम से काम करो. वरना मेडिकल स्टोर पर इतना कुछ है कि एफआईआर के लिए बहुत है. मेडिकल स्टोर पर नारकोटिक्स की दवाई है और इंजेक्शन खुले पड़े हैं. मेडिकल पर केमिस्ट भी नहीं है. मेडिकल को बंद करने के लिए इतना कुछ काफी है. निधि पांडेय बोल रही हैं कि मेरे साथ बनियागिरी मत कर सीधे-सीधे व्यवस्था कर नहीं तो तू बचेगा नहीं.

बता दें कि, पीड़ित मेडिकल संचालक का नाम आमिर है. मामला सदर कोतवाली इलाके के मोहल्ला कलंदर का है. जहां पर घूसखोर ड्रग इंस्पेक्टर निधि का वीडियो सामने आया. गौरतलब है कि जनपद में करीब 1700 मेडिकल स्टोर हैं. जिनमें से अधिकतर मेडिकल स्टोर ड्रग इंस्पेक्टर के रहमोकरम पर चल रहे हैं. मेडिकल स्टोर पर अनियमितताओं की भरमार है, लेकिन मेडिकल स्टोर संचालक सुवधा शुल्क देकर मरीजो की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं.