शामली : कुछ माह पूर्व मनवीर शराब तस्करी में जेल गया था, जहां उसकी मुलाकात मुठभेड़ में मारे गए अन्य बदमाशों से हो गई थी। मनवीर पर रेप का मामला भी दर्ज था, जिसमें वह बरी हो गया था।

उदपुर गांव के जंगल में मुठभेड़ में मारा गया करनाल का मनवीर पहले ट्रक ड्राइवर था। ट्रक चलाकर परिवार का पालन पोषण कर रहा था। आलीशान बंगले की चाह में उसने मुकीम काला गैंग के अरशद के साथ मिलकर वारदातों को अंजाम देना शुरू किया।

पुलिस के अनुसार, मनवीर मूल रूप से करनाल के पीर बडौली गांव का रहने वाला और अविवाहित था। उसके पिता फूल सिंह पहले पानीपत में रहते थे। करीब 21 साल से वह पीर बड़ौली में रह रहे थे और फैक्ट्री में काम करते थे। मनवीर का भाई भी जिस फैक्ट्री में पिता काम करते हैं, उसी में काम करता है। मगर उसके मन में हमेशा यही ख्वाहिश थी कि वह एक बड़े बंगले का मालिक हो। आलीशान जिंदगी वह जीना चाहता था। इसी कारण जुर्म की राह पर चल निकला।

पुलिस की जांच में पता चला है कि कुछ माह पूर्व ही मनवीर शराब तस्करी के आरोप में पकड़ा गया था, जिस पर वह जेल में बंद रहा। जेल में उसकी मुलाकात मुठभेड़ में मारे गए बदमाशों से हो गई थी। वर्तमान में वह जमानत पर बाहर आया हुआ था। मनवीर पर रेप का मामला भी दर्ज था, जिसमें वह बरी हो गया था।

परिजनों ने पुलिस को बताया कि मनवीर कुछ समय पूर्व ही वैष्णो देवी से आया था। दो दिन पूर्व ही वह घर से दोस्तों के साथ खाने पीने की बात कहकर गया था। मगर उसके मुठभेड़ में मारे जाने की सूचना मिली।