शामली। ईंट निर्माता समिति की बैठक शुक्रवार को कैराना रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में हुई। जिसमें कोयले की बढ़ती कीमतों और जीएसटी दरों में वृद्धि पर विरोध जताया गया। निर्णय लिया गया कि आठ मार्च को जिले के सभी ईंट भट्ठा संचालक दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन करेंगे। मांग पूरी न होने पर सभी भट्ठों को बंद कर दिया जाएगा।
बैठक में शामली ईंट निर्माता समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र मलिक ने कहा कि ईंट भट्ठा व्यवसाय में एक अप्रैल से जीएसटी दर पांच प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत करने का प्रस्ताव है।

इसके अलावा कोयले के दाम 9000 रुपये प्रति टन से बढ़कर 22000 हजार रुपये टन हो गए हैं। जीएसटी की दर बढ़ने से ईंटों के मूल्य में बेतहाशा वृद्धि हो जाएगी। सरकार जीएसटी दरों में वृद्धि का प्रस्ताव वापस ले और कोयला कंट्रोल रेट पर उपलब्ध कराए। अपनी मांगों को जिले के सभी 200 ईंट भट्ठा स्वामी आठ मार्च को दिल्ली में जंतर-मंतर पर भाग लेंगे।

यदि सरकार भट्ठा मालिकों की मांगें नहीं मानती तो सभी भट्ठे पूर्ण रूप से बंद कर दिए जाएंगे। इस मौके पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार शर्मा, महामंत्री सुनील गोयल, सतेंद्र मलिक, रोहताश सिंह, संदीप कुमार, डॉ. योगेंद्र सिंह, बृजपाल किवाना, मांगेराम मखमूलपुर आदि मौजूद रहे।