शामली. जिले की चीनी मिलों का पेराई सत्र खत्म होने में सिर्फ एक माह शेष बचा है। तीनों चीनी मिलों पर 742.35 करोड़ रुपये बकाया हो गया है। 153 दिनों के पेराई सत्र में चीनी मिलों ने 19.22 प्रतिशत यानि 176.61 करोड़ रुपये का ही भुगतान किया है।
थानाभवन चीनी मिल गत 7 नवंबर, शामली चीनी मिल आठ नवंबर और ऊन चीनी मिल 14 नवंबर को शुरू हुई थी। 153 दिन के पेराई सत्र में जिले की सभी चीनी मिलों ने 918.96 करोड़ रुपये का 292.66 लाख क्विंटल गन्ना खरीदा है। जिसमें शामली चीनी मिल 283.12 करोड़ का 89.15 लाख क्विंटल, ऊन चीनी मिल ने 265.87 करोड़ का 85.63 लाख क्विंटल और थानाभवन चीनी मिल ने 369.97 करोड़ का 117.88 लाख क्विंटल गन्ना अभी तक खरीदा है। चालू पेराई सत्र में तीनों चीनी मिल 918.96 करोड़ का गन्ना खरीदकर महज 176.61 करोड़ रुपये का भुगतान ही कर पाई हैं।
शामली मिल गन्ना भुगतान में फिसड्डी
शामली चीनी मिल किसानों का बकाया गन्ना भुगतान करने में सबसे अधिक फिसड्डी है। इस चीनी मिल ने 34.72 करोड़ रुपये का भुगतान कर पाई है। ऊन चीनी मिल ने 68.86 करोड़ रुपये और थानाभवन चीनी मिल ने 73.03 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। शामली चीनी मिल ने 12.26 प्रतिशत, ऊन चीनी मिल 25.90 प्रतिशत, और थानाभवन चीनी मिल 19.74 प्रतिशत मिलाकर जिले की चीनी मिले मात्र 19.22 प्रतिशत बकाया गन्ना भुगतान कर पाई है। गन्ना विभाग के आंकड़ों के मुताबिक शामली चीनी मिल ने 24 नवंबर 2021, ऊन चीनी मिल ने 17 दिसंबर 2021 और थानाभवन चीनी मिल 30 नवंबर 2021 तक खरीदे गन्ने का ही भुगतान कर पाई है। जिनमें शामली चीनी मिल पर 248.40 करोड़ रुपये, ऊन चीनी मिल पर 197.01 करोड़ रुपये थानाभवन चीनी मिल पर 296.94 करोड़ रुपये बकाया है।
थानाभवन मिल का पेराई सत्र इसी माह हो जाएगा समाप्त
थानाभवन चीनी मिल आगामी 28 अप्रैल से 30 अप्रैल तक अपन पेराई सत्र समाप्त कर देगी। ऊन चीनी मिल दो मई से लेकर पांच मई और शामली चीनी मिल आगामी दस से लेकर 12 मई तक अपना पेराई सत्र समाप्त करके बंद हो जाएगी। चीनी मिलें किसानों का 742.35 करोड़ रुपये दबाए बैठी हैं। डीसीओ विजय बहादुर सिंह के मुताबिक जिले की चीनी मिलों पर किसानों का बकाया गन्ना भुगतान किए जाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।