शामली। इस बार अप्रैल में गर्मी ने पिछले साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। दिन में ज्यादा गर्मी होने से सड़क पर आम नागरिकों का चलना मुश्किल हो गया है। सोमवार को ज्यादा गर्मी होने से दिन का पारा 42 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक सोमवार की देर रात पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने और तेज हवा चलने से मौसम का मिजाज बदलने की संभावना है।
सोमवार को दिन निकलते ही सूर्यदेव ने आग बरसाना शुरू कर दिया। सुबह दस बजे से ही ज्यादा गर्मी पड़नी शुुरू हो गई । दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक सड़कों का निकलना कठिन हो गया। ज्यादा गर्मी पड़ने से सोमवार को दिन में महिलाएं – पुरुष सिर और मुंह पर कपड़े लपेटकर निकले। सोमवार को दिन का तापमान 42 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 16 किमी प्रति घंटे हवा चलने आम नागरिकों को गर्मी से राहत नही मिल पाई। लोग गर्मी से हाल बेहाल रहे। सरदार बल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय मेरठ के मौसम वैज्ञानिक डा. यूपी शाही ने बताया कि सोमवार की रात्रि से सक्रिय हो रहे पश्चिमी विक्षोभ से पहाड़ी क्षेत्रों में वर्षा होगी। आगामी 20 – 21 अप्रैल को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ भागों में तेज हवा गरज के साथ बूंदाबांदी की संभावना है। उनका कहना है कि पिछले साल की अपेक्षा इस साल ज्यादा गर्मी पड़ रही है। अप्रैल माह में मई- जून जैसी गर्मी पड़ रही है।
इस सप्ताह का अधिकतम तापमान
18 अप्रैल -42 डिग्री
17 अप्रैल – 39 डिग्री
16 अप्रैल – 38 डिग्री
15 अप्रैल – 38 डिग्री
14 अप्रैल – 39 डिग्री
13 अप्रैल – 40 डिग्री
12 अप्रैल – 40 डिग्री
बच्चों को धूप और लू से बचाएं, घर के अंदर रखे
आईएमए अध्यक्ष एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अकबर खान ने बताया कि इस मौसम में गर्मी ज्यादा पड़ रही है। बच्चों को धूप व लू से बचाएं और घर के अंदर रखें। बच्चों को को तरल पदार्थ दूध, पानी आदि ज्यादा पिलाएं। पानी की कमी न होने दे। घर में बने पौष्टिक आहार ज्यादा दे ताकि बीमारी से लड़ने की ताकत ज्यादा रहे। बाजार की खाने पीने की चीजों से परहेज रखें। गर्मी से बचने के लिए पंखे, कूलर समेत सभी तरीके अपनाएं। जिन बच्चों को एलर्जी छींक आना, दमा आदि की समस्या हो, वह तेज हवा चलने पर घर से बाहर न निकले और धूल मिट्टी से बचाव करें।
दोपहर में ज्यादा जरूरी हो, तो ही निकलें बाहर
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. सफल कुमार का कहना है कि धूप और लू से बचाव करें। दोपहर के 12 बजे से शाम चार बजे तक धूप की तपिश ज्यादा रहती है। इस समय में बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकले। अगर निकलना पड़े तो छाता लगाकर, या सिर पर सूती कपड़ा रखकर और मुंह ढककर निकले। गर्मी में घर से पानी पीकर निकले। थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीते रहें ताकि शरीर में पानी की कमी न हो सके। तरल पदार्थों का सेवन करें। बाजार की चीजें खाने पीने से बचे।
तपती धूप में काम करने को मजबूर किसान
तपती और चिलचिलाती धूप में किसान और मजदूर खेतों में काम करने को मजबूर हैं। इस समय खेतों में गेहूं की कटाई और गन्ने की छिलाई का काम चल रहा है। इसके अलावा गन्ने की बुआई भी चल रही है। इस समय गर्म हवा लू चलने से तापमान पिछले साल से ज्यादा है। खेत में काम करने वाले किसान आसकरण ने बताया कि पिछले साल इन दिनों में गर्मी कम थी, लेकिन इस बार गर्मी ज्यादा है। खेत में काम का समय है। तपती गर्मी में ही काम करना मजबूरी है।