शामली. तीनों हाईवे के बाईपास से पहले शहर के भीतर तक की सड़कों की मरम्मत लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) करेगा। खस्ताहाल सड़क पर बजरी-तारकोल का एक कोट डाला जाएगा। इसके लिए लोनिवि ने 13 करोड़ रुपये का एस्टीमेट तैयार कर जिलाधिकारी जसजीत कौर को भेजा था। जिलाधिकारी ने इसे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) को भेज दिया है। शामली से मेरठ-करनाल, पानीपत-खटीमा और दिल्ली-सहारनपुर हाईवे गुजर रहे हैं। तीनों हाईवे के बाईपास बन रहे हैं।
बाईपास से शहर के भीतर की सड़कों की हालत बेहद खराब है। नगर पालिका शामली अध्यक्ष और व्यापार मंडल की ओर से सड़कों की मरम्मत का मुद्दा उठाया जा चुका है, क्योंकि सड़क बदहाल होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, शहर के भीतर की सड़कों की मरम्मत का जिम्मा बाईपास बनने तक एनएचएआइ का है और बाईपास निर्माण कंपनियों को मरम्मत करनी होती है, लेकिन कंपनियों ने प्रभावी मरम्मत नहीं की है। जब भी गड्ढे भरे गए तो कुछ समय बाद ही पुराने जैसे स्थिति हो जाती है। बाईपास बनने के बाद सड़कें लोनिवि को स्थानांतरण की जाएंगी, लेकिन जिलाधिकारी के निर्देश पर लोक निर्माण विभाग ने मरम्मत का प्रस्ताव तैयार किया है। लोनिवि प्रांतीय खंड के अधिशासी अधिकारी प्रेम सिंह ने बताया कि एनएचएआइ से बजट मिलता है तो काम शुरू किया जाएगा।
प्रस्ताव जिलाधिकारी को भेजा जा चुका है। नपा ने भी तैयार किया था प्रस्ताव नगर पालिका प्रशासन ने भी शहर में विजय चौक से लेकर धीमानपुरा फाटक तक सड़क मरम्मत का प्रस्ताव तैयार किया था। 15वें वित्त के तहत बजट खर्च करने का प्रस्ताव था। हालांकि इसके लिए स्वीकृति नहीं मिली थी। इन्होंने कहा लोक निर्माण विभाग ने इस्टीमेट बनाकर दिया था और मैंने उसे एनएचएआइ को भेज दिया है। जैसे ही एनएचएआइ बजट स्वीकृत करेगा, उसके बाद काम शुरू हो जाएगा। -जसजीत कौर, जिलाधिकारी, शामली