शामली। प्रशासन की बार-बार दी जा रही चेतावनी का चीनी मिलों पर कोई असर नहीं हो रहा है। करीब 847 करोड़ चीनी मिलें दबाए बैठी हैं। डीएम जसजीत कौर ने शुक्रवार को एक बार फिर बकाया गन्ना भुगतान की समीक्षा की। एक बार फिर डीएम ने समय पर भुगतान न करने वाली चीनी मिलों के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दे दी।

कलक्ट्रेट सभाकक्ष में हुई बैठक में डीसीओ विजय बहादुर सिंह ने गन्ना भुगतान की स्थिति बताई। कहा कि चीनी मिलों ने 1111.67 करोड़ रुपये का गन्ना खरीदा है और मात्र 263.92 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। जो कुल बकाया का महज 23.74 प्रतिशत ही है। शामली चीनी मिल 17.52 प्रतिशत, ऊन चीनी मिल 28.45 प्रतिशत, थानाभवन चीनी मिल 25.05 प्रतिशत भुगतान किया। चीनी मिलों पर 847.75 करोड़ रुपये बकाया है। शामली चीनी मिल पर 282.16 करोड़, ऊन चीनी मिल पर 235.82 करोड़ और थानाभवन चीनी मिल 239.77. करोड़ रुपये बकाया है। इस पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त की।

शामली चीनी मिल को इस माह में 51 करोड़, ऊन चीनी मिल का 41 करोड़ और थानाभवन चीनी मिल का 50 करोड़ का भुगतान कराने के निर्देश दिए। उन्होंने चेतावनी दी कि निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप बकाया गन्ना भुगतान न करने वाली चीनी मिलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बैठक में जिला गन्ना अधिकारी विजय बहादुर सिंह, शामली चीनी मिल के गन्ना महाप्रबधंक प्रशासन कुलदीप पिलानिया, एकाउंट हेड विजित जैन, थानाभवन मिल के यूनिट हेड वीरपाल सिंह,
गन्ना महाप्रबंधक जेबी तोमर, एकाउंट हेड सुभाष बहुगुणा, ऊन चीनी मिल ऊन के गन्ना महाप्रबंधक अनिल कुमार अहलावत, एकाउंट हेड विक्रम सिंह आदि शामिल रहे।

जिले की चीनी मिलों की गन्ना भुगतान की स्थिति करोड़ रुपये में
मिलें कुल भुगतान किया भुगतान अवशेष गन्ना भुगतान
शामली 342.08 59.92 282.16
ऊन 329.60 93.79 235.82
थानाभवन 439.99 110.22 329.77
कुल योग 1111.67 263.92 847.75