शामली। यूपी रोडवेज की कार्यशाला निर्माण के लिए शासन से दस करोड़ रुपये की धनराशि की वित्तीय स्वीकृति नहीं हो पाई। जिसके चलते निर्माण एजेंसी सी एंड डीएस को टेंडर प्रक्रिया स्थगित करनी पड़ी।
मुजफ्फरनगर रोड पर फतेहपुर गांव में नौ बीघा भूमि यूपी रोडवेज की कार्यशाला के लिए सात साल पूर्व 2015 में जिला प्रशासन ने 47 लाख रुपये सरकारी खजाने में जमा करके आवंटित की थी। वर्ष 2018 में तत्कालीन डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने नौ बीघा भूमि उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के रिकार्ड में दर्ज की गई थी।
शामली में बस स्टेशन और डिपो कार्यशाला के निर्माण के लिए आठ नवंबर 2021 को परियोजना स्वीकृति करते हुए सी एंड डीएस को निर्माण एजेंसी घोषित किया गया था। शासन की ओर से परियोजना पूरी करने के लिए 31 मार्च 2023 का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया। निर्माण एजेंसी ने परियोजना की डीपीआर तैयार करके अनुमोदन के शासन को भेज दिया था। शासन से परियोजना की अनुमोदन और वित्तीय स्वीकृति नहीं मिल पाई थी।
परियोजना के अनुमोदन और वित्तीय स्वीकृति होने की उम्मीद में निर्माण एजेंसी ने ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी थी, लेकिन वित्तीय स्वीकृति न मिलने पर टेंडर प्रक्रिया निरस्त करनी पड़ी। सहारनपुर रीजन के आरएम अनिल कुमार ने बताया कि राज्य सड़क परिवहन निगम की बोर्ड की बैठक में शामली रोडवेज बस स्टेशन व डिपो कार्यशाला का प्रस्ताव पारित हो चुका है। निर्माण के लिए धनराशि स्वीकृत और अवमुक्त नहीं हो पाई है।
पैरवी के बाद भी अवमुक्त नहीं हुई धनराशि
पूर्व विधायक तेजेंद्र निर्वाल ने पांच साल पहले सीएम योगी से मिलकर धनराशि अवमुक्त कराने की मांग कर चुके है। पूर्व गन्ना मंत्री सुरेश राणा, कैराना के सांसद प्रदीप चौधरी तत्कालीन प्रदेश के परिवहन मंत्री अशोक कटारिया को पत्र लिखकर और मिलकर धनराशि अवमुक्त करने की मांग कर चुके हैं। इसके अलावा डीएम की अध्यक्षता में शामली के व्यापारी व्यापार बंधु की बैठक में यह मुद्दा उठ चुका है। पैरवी के बाद परियोजना लंबित है।
मुजफ्फरनगर में नए बस स्टेशन को नहीं मिली धनराशि
निर्माण एजेंसी सी एंड डीएस के परियोजना प्रबंधक रवि प्रताप सिंह ने बताया कि मुजफ्फरनगर में बाईपास पर प्रस्तावित नवीन बस अड्डे का निर्माण का जिम्मा मिला है, मगर मुजफ्फरनगर जिले के नवीन बस स्टेशन के निर्माण की वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाद धनराशि अवमुक्त नहीं है। शामली में बस स्टेशन और कार्यशाला डिपो निर्माण की वित्तीय स्वीकृति की उम्मीद में ऑनलाइन टेंडर मांग लिए गए थे, लेकिन परियोजना स्वीकृत और धनराशि अवमुक्त न होने पर प्रक्रिया निरस्त कर दी गई।
शामली समेत तीन बस स्टेशन की बदलेगी सूरत
मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और शामली बस स्टेशन की रंगाई-पुताई होने से सूरत बदलेगी। इस बाबत ऑनलाइन टेंडर गत 25 मई को छोड़े जाएंगे। आरएम सहारनपुर के मुताबिक रीजन की अभी 158 रोडवेज बसों की रंगाई पुताई कर दी गई है।