शामली। जिला अस्पताल में 32 बेड का प्री फेब्रिकेटिड वार्ड बनेगा। यह कोरोना संक्रमण और भविष्य को ध्यान में रखते हुए बनेगा। लखनऊ से आई एजेंसी की टीम सर्वे कर उपलब्ध जगह की पैमाइश कर चुकी है। इसके बनने पर कोरोना संक्रमितों के लिए बेड की संख्या 232 हो जाएगी।
पूर्वी यमुना नहर किनारे मुंडेट गांव के पास जिला अस्पताल है और यहीं पर 200 बेड का कोविड चिकित्सालय है। कोविड चिकित्सालय में पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट वार्ड भी है। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर अधिक खतरनाक रही थी और इसमें अधिकतर बेड फुल रहे थे। हालांकि तीसरी लहर में कोविड चिकित्सालय खाली ही रहा। अब तो यहां पर आक्सीजन प्लांट भी लग चुके हैं। फिलहाल जिले में कोरोना का कोई सक्रिय केस नहीं है, लेकिन शासन की ओर से सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त की जा रही हैं, जिससे कोरोना संक्रमण का प्रकोप अगर बढ़ता है तो मरीजों के उपचार में कोई समस्या न आए। इसी कड़ी में प्री-फेब्रिकेटिड वार्ड बनना है। जिला अस्पताल में यह आयुष विंग के पास बनाया जाएगा और आवश्यकतानुसार इसे आइसीयू के रूप में भी प्रयोग कर सकेंगे।
जिला संयुक्त अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. सफल कुमार ने बताया कि मंगलवार को लखनऊ से एजेंसी आई थी। हालांकि उनकी मुलाकात नहीं हो सकी। जानकारी यही मिली है कि प्री-फेब्रिकेटिड वार्ड तैयार किया जाना है। यह वार्ड कब तक बनेगा, इस संबंध में जानकारी नहीं है। वहीं, सीटी स्कैन यूनिट भी पीपीपी मोड पर लगनी है। शासन स्तर पर इसके लिए प्रक्रिया गतिमान है। पीपीपी मोड में मरीजों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।