शामली। लंबे इंतजार के बाद आखिर शहर की सड़कों की 13 करोड़ की लागत से सूरत बदलने वाली है। लोक निर्माण विभाग ने 13 करोड़ एस्टीमेट तैयार किया है। डीएम जसजीत कौर ने एनएचएआई के लखनऊ मुख्यालय में एस्टीमेट भेजकर धनराशि अवमुक्त कराने का अनुरोध किया है। वहां से धनराशि अवमुक्त होने पर लोक निर्माण विभाग शहर की सड़कों का निर्माण कराएगा।

जिले से दिल्ली- सहारनपुर, मेरठ-करनाल, पानीपत-खटीमा हाईवे गुजर रहे हैं। सभी हाईवे लोक निर्माण विभाग से एनएचएआई को हस्तांतरित हो चुके है। एनएचएआई बागपत इकाई की देखरेख में शहर की सीमा के बाहर बाईपास की सीमा तक कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। जबकि शहर के भीतर की सड़कों का निर्माण नहीं कराया जा रहा था। जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। डीएम जसजीत कौर ने शहर की खस्ता हाल सड़कों के निर्माण के लिए एनएचएआई बागपत इकाई के परियोजना निदेशक संजय मिश्रा से वार्ता की थी। जिस पर एनएचएआई के अफसरों ने डीएम जसजीत कौर को आश्वासन दिया था कि जिला प्रशासन शहर के अंदर की सड़क निर्माण के लिए एस्टीमेट तैयार कराकर उन्हें उपलब्ध करा दें तो लखनऊ कार्यालय से धनराशि अवमुक्त करा देंगे। जिसके बाद डीएम ने एस्टीमेट लोक निर्माण विभाग को तैयार करने के निर्देश दिए थे।

लोक निर्माण विभाग ने 13 करोड़ रुपये का इस्टीमेट तैयार कराकर डीएम सौंपा। डीएम एनएचएआई के लखनऊ मुख्यालय को एस्टीमेट भेजकर धनराशि अवमुक्त कराने की मांग की है। डीएम का कहना है कि एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी एमके जैन के जिले के दौरे के दौरान इस मुद्दे पर बात करते हुए धनराशि अवमुक्त कराने का अनुरोध किया था। जल्द ही धनराशि अवमुक्त होने पर निर्माण शुरू हो कराएगा।

जनप्रतिनिधियों ने उठाया था सड़कों के निर्माण का मुद्दा
शहर की सड़कों की खस्ता हालत का मुद्दा व्यापारी, उद्यमी, जनप्रतिनिधियों ने उठा जोरशोर से उठाया था। बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी थी। विधानसभा चुनाव के बाद पूर्व विधायक राजेश्वर बंसल और पश्चिमी उत्तर प्रदेश सयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष घनश्यामदास गर्ग ने संयुक्त रुप से शहर की सडक निर्माण कराने की मांग करते हुए डीएम जसजीत कौर को ज्ञापन सौंपा था। सांसद की अध्यक्षता में हुई दिशा बैठक के साथ ही जिला पंचायत, जिला उद्योग व व्यापार बंधु की बैठक में विधायकों, उद्यमियों व व्यापारियों ने भी यह मुद्दा उठाया था। जिसके बाद डीएम ने शहर की सड़कों का निर्माण का एस्टीमेट लोक निर्माण विभाग से तैयार कराके एनएचएआई के अफसरों को भेजा है। 13 करोड़ रुपये अवमुक्त होने के बाद शहर की सड़कों की सूरत बदल जाएगी।
शामली में मेरठ-करनाल मार्ग पर गड्ढे।