शामली. मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत जिले भर अलग अलग स्थानों पर 175 जोड़े एक दूजे के हो गए। एक ही पंडाल में मौलवियों ने निकाह पढ़ाया और पंडितों ने वैदिक मंत्रों के साथ दूल्हा-दुल्हन के फेरे कराए। जिले में 58 मुस्लिम व 117 हिंदू सहित 175 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न कराया गया। वर-वधु पक्षों के मेहमानों को भोजन कराकर दावत दी।

शहर के चौधरी चरण सिंह बरात घर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत शामली ब्लाक के अनुसूचित जाति के 12, अन्य पिछडा वर्ग के 11, अल्पसंख्यक वर्ग के 7, कुल 30 जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ। शामली में ब्लॉक प्रमुख पति जयदेव सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी रचना शर्मा व ब्लाक के अधिकारी मौजूद रहे। नगर पालिका कैराना में अनुसूचित जाति के 1, अल्पसंख्यक वर्ग के 15, कुल 16 जोड़ों का विवाह कराया गया। ऊन ब्लाक में अनुसूचित जाति के 08, अल्पसंख्यक वर्ग के 9, अन्य पिछडा वर्ग के 21, सामान्य वर्ग के 1, कुल 39 जोड़ों का विवाह कराया गया।

कांधला में अनुसूचित जाति के 2, अन्य पिछडा वर्ग के 16 एवं अल्पसंख्यक वर्ग के 15, कुल 33 जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ। बतौर मुख्य अतिथि के रुप में भाजपा एमएलसी वीरेंद्र सिंह ने नव दंपती को आशीर्वाद प्रदान किया। थानाभवन ब्लाक में अनुसूचित जाति के 21,अन्य पिछडा वर्ग के 11 व अल्पसंख्यक वर्ग के 9, सामान्य वर्ग के 1, कुल 42 जोड़ों का विवाह कराया गया। जिला समाज कल्याण अधिकारी रचना शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत जिले भर में 175 जोड़ों का विवाह संपन्न कराया गया।

योजनांतर्गत 51 हजार रुपये प्रति विवाह की दर से कुल 89.25 लाख व्यय किए गए। जिसमें 35,000 रुपये कन्या के खाते में 10,000 रुपये के कपडे, आभूषण वस्त्र आदि 6000 रुपये विवाह के आयोजन में व्यय किए जाते हैं। जिला समाज कल्याण अधिकारी रचना शर्मा ने बताया कि डीएम के निर्देश के मुताबिक सभी जोड़ों को निर्धारित वस्त्र, आभूषण दिए गए। प्रत्येक कन्या के बैंक खाते में 35000 रुपये की धनराशि जल्द ही ब्लॉक या नगर निकाय स्तर से ऑनलाइन हस्तांतरित करा दी जाएगी।