कैराना। बचपन बचाओ अभियान के तहत विधि सह परिवीक्षा अधिकारी, चाइल्ड लाइन शामली और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट द्वारा कैराना में बुधवार को संयुक्त रूप से कार्रवाई कर अलग-अलग दुकानों पर काम कर रहे छह बाल श्रमिकों को मुक्त कराया। टीम ने बाल श्रमिक रखने पर दुकानदारों को भी नोटिस जारी किए।

बचपन बचाओ अभियान के तहत विधि सह परिवीक्षा अधिकारी शोभा शर्मा, चाइल्ड लाइन के विनोद कुमार और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की एसआई तपस्या यादव ने कैराना पहुंचकर दुकानों पर काम करने वाले 18 साल से कम उम्र के बाल श्रमिकों को मुक्त कराया। इस दौरान टीम ने बाइक रिपेयरिंग, होटल व अन्य दुकानों पर छापा मारा।

छह बाल श्रमिकों को मुक्त कराने के बाद उन्हें उनके घर भेज दिया। साथ ही दुकानदारों को नोटिस जारी कर कहा कि बृहस्पतिवार को उनकी दुकानों पर काम करते हुए मिले बाल श्रमिकों को बाल कल्याण समिति के सामने पेश करें। विधि सह परिवीक्षा अधिकारी ने बताया कि जिन दुकानों पर बाल श्रमिक मिले हैं। उनके विरुद्ध श्रम विभाग अपनी ओर से भी कार्रवाई करेगा। सभी दुकानदारों को नोटिस जारी किए गए हैं और कल बाल कल्याण समिति के सामने बच्चों को पेश करने के निर्देश दिए हैं।

साप्ताहिक बंदी पर भी दुकानें खोलकर सामान बेचने पर श्रम विभाग ने छापा मारकर दो दुकानदारों को कारण बताओ नोटिस जारी किए। कस्बे में बुधवार को साप्ताहिक बंदी घोषित है। इसके बावजूद कुछ दुकानदार चोरी छिपे दुकानें खोलकर सामान बेचते हैं। वहीं, श्रम विभाग के सहायक आयुक्त संतोष कुमार ने कैराना पहुंचकर बाजारों में कार्रवाई की।

श्रम विभाग के अधिकारी के आने की सूचना पाकर काफी दुकानदार तेजी के साथ दुकानें बंद करके भाग गए। इस दौरान श्रम विभाग के सहायक आयुक्त ने दो दुकानें खुली मिलने पर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किए। सहायक श्रम आयुक्त संतोष कुमार ने बताया कि दो दुकानदारों को दुकानें खुली मिलने पर नोटिस जारी किए हैं।