शामली. शासन के निर्देश पर बाढ़ प्रभावित कैराना में बृहस्पतिवार को मेगा मॉक ड्रिल आयोजित हुआ। इस दौरान गोताखोरों, एनडीआरएफ व फील्ड रेजिमेंट के जवानों ने बाढ़ से निपटने के लिए रिहर्सल किया। इस दौरान यमुना डूबते युवक को महज दो मिनट में रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया। इसका स्वास्थ्य टीम ने उपचार कर जान बचाई। वहीं, एडीएम व एएसपी ने कहा कि आपदा की स्थिति में राहत बचाव के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है।

एनडीआरएफ, 336 फील्ड रेजिमेंट मेरठ, राजस्व विभाग, अग्निशमन विभाग, पुलिस विभाग व स्थानीय प्राइवेट गोतखोरों ने भाग लिया। रिहर्सल के दौरान यमुना में एक युवक डूब रहा था। किनारे पर मौजूद जवानों को जानकारी मिलती है। प्राइवेट गोताखोर यमुना में युवक की तलाश कर रहे थे।

एनडीआरएफ और फील्ड रेजिमेंट के जवान भी मोटरबोट से रेस्क्यू करते हैं और महज दो मिनट में युवक को खोज लिया जाता है। यमुना से युवक को बाहर निकालने के बाद सबसे पहले उसके पेट से पानी को निकालते हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम उसे प्राथमिक उपचार के बाद एंबुलेंस से अस्पताल भेज देती है। इस प्रकार युवक की जान बचा ली जाती है।

इसके अतिरिक्त आपदा की स्थिति में लोगों एवं पशुओं की जान बचाने तथा उन्हें प्रभावित क्षेत्र से बाहर राहत शिविर में लाने का रेस्क्यू करने का रिहर्सल किया गया। आग लगने की सूरत में उस काबू पाने के भी टिप्स दिए। कार्यक्रम में पहुंचे एडीएम संतोष कुमार व एएसपी ओपी सिंह ने बाढ़ राहत शिविर व अग्निशमन विभाग के स्टाल का निरीक्षण किया। उन्होंने आपदा की स्थिति में दी जाने वाली सहायता के बारे में जानकारी ली।

कैराना तहसील के मवी, मामौर, सहपत, पठेड़ सहित दर्जनों गांव बाढ़ प्रभावित रहे हैं। एडीएम संतोष कुमार सिंह ने कहा कि बाढ़ चौकियों समेत संबंधित विभागों को पहले ही अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। आपदा के बारे में सूचित करने के लिए कंट्रोल रूम बनाया है। एएसपी ओपी सिंह ने कहा कि किसी भी प्रकार की असहज स्थिति पैदा न हो।

चिकित्सकीय सुविधा के साथ अन्य सहायता उपलब्ध कराई जाती है। इस दौरान एनडीआरएफ के ऑब्जर्वर प्रवीण कुमार, फील्ड रेजिमेंट से मोहित, एसडीएम शिवप्रकाश यादव, तहसीलदार प्रियंका जायसवाल, मुख्य अग्निशमन अधिकारी दीपक कुमार, जिला आपदा विशेषज्ञ नेहा दुबे, एसएसआई राधेश्याम आदि मौजूद रहे।