शामली। कस्बे के मुख्य चौराहों, गलियों, बाजारों में आवारा गोवंश लोगों पर हमला तक कर रहे हैं। हाईवे, सड़कों पर पर इनके कारण हादसे हो रहे हैं। आवारा पशुओं के कारण कस्बे में पहले भी दुर्घटनाएं घट चुकी हैं। नगर पंचायत द्वारा अभियान चलाकर कुछ पशुओं को पकड़कर खानापूर्ति की गई। क्षेत्र के गांवों में भी बेसहारा गाेवंशों की संख्या बढ़ती जा रही है, जो राहगीरों पर हमला भी कर देते है और खेत में घुसकर फसल का नुकसान करते है। झिंझाना। गत माह कस्बा निवासी युवक प्रवेश चौधरी की बाइक गांव टपराना के पास सांड से टकरा गई थी जिसमें प्रवेश की मौत हो गई थी। कस्बे व क्षेत्र में आवारा गोवंश घूमने से खेती और राहगीरों को नुकसान पहुंच रहा हैं। आवारा गोवंशों से लोगों में भय बना हुआ है।
नगर पंचायत के लिपिक अशोक कुमार ने बताया कि गत दिनों कई दर्जन आवारा पशुओं को पड़कर ऊन गोशाला भिजवाया था। झिंझाना क्षेत्र के आसपास के गांव वाले पशुओं को झिंझाना की ओर भगा देते हैं। खेतों में घूम रहे आवारा गोवंश किसानों की फसल बर्बाद कर रहे हैं। खेतों में फसल बर्बाद करने का खतरा बना रहता है। लावारिस गोवंश घायल भी कर देते हैं। एक माह पहले 19 दिसंबर 2023 की रात को कस्बा बनत के मोहल्ला जवाहरनगर निवासी नवीन गिरी की बाइक पर जाते समय तहसील के पास सांड़ ने टक्कर मार दी थी। इस हादसे में नवीन की मौत हो गई थी। मृतक के पिता सुनील ने बताया इस घटना के संबंध में प्रशासन की तरफ न तो कोई जानकारी ली गई और न ही प्रशासन की तरफ से कोई आर्थिक मदद मिली है।
मृतक की पत्नी नौ माह की गर्भवती है। शहर के मोहल्ला शांति नगर निवासी दयानंद वर्मा की 14 दिसंबर 2022 को मोहल्ले में ही सांड़ ने टक्कर मार दी थी जिसमें दयानंद की मौत हो गई थी। मृतक के पुत्र अनिल वर्मा ने बताया कि उस समय राजस्व विभाग के लेखपाल ने उनके घर आकर घटना की जानकारी ली थी। उन्हाेंने सभी दस्तावेज लेखपाल को उपलब्ध करा दिए थे, लेकिन आज तक प्रशासन की तरफ से कोई आर्थिक मदद नहीं मिल पाई। कांधला क्षेत्र के गांव नाला में करीब एक साल पहले किसान महावीर को सांड़ ने टक्कर मार दी थी, जिसमें उसकी मौत हो गई थी। उस समय ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग की थी। अधिकारियों ने मदद का आश्वासन दिया था।