शामली। एमबीबीएस की फर्जी डिग्री पर कई जिलों में हॉस्पिटलों के रजिस्ट्रेशन लेने वाले कथित डॉक्टर हरेंद्रपाल सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पर जनपद बागपत में भी फर्जी डिग्री पर रजिस्ट्रेशन कराने का मुकदमा दर्ज है। परिजनों ने बागपत सीएमओ कार्यालय में कार्यरत एक कर्मचारी पर फर्जी डिग्री बनवाने और षड्यंत्र के तहत फंसाने का आरोप लगाया है।

शुक्रवार रात करीब पौने दस बजे कोतवाली पुलिस ने नगर के कांधला तिराहे से डॉक्टर हरेंद्रपाल सिंह निवासी विद्या कॉलोनी थाना गोविंद नगर जनपद मथुरा को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी शामली रोड पर स्थित शकुंतला देवी हॉस्पिटल में एमबीबीएस की फर्जी डिग्री पर उपचार देने के मामले में वांछित चल रहा था, जिसके विरुद्ध चार अगस्त 2022 को एसीएमओ डॉ. जाहिद त्यागी की ओर से कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करायी गई थी। दो दिन पहले भी आरोपी की लोकेशन मथुरा में मिलने पर पुलिस टीम रवाना हुई थी, लेकिन पुलिस को सफलता नहीं मिल सकी थी।

वहीं शुक्रवार रात पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर कांधला तिराहे से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी हरेंद्रपाल सिंह ने मीडिया के सामने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उसने कैराना के शकुंतला हॉस्पिटल और कांधला में अपने दस्तावेज लगाए थे, उनकी जांच स्वास्थ्य विभाग को करनी थी। उसके पास में बीएएमएस की डिग्री है। आरोपी ने कहा कि यह डिग्री कंप्यूटर वाला बना देता है। आरोपी ने अपनी गलती पर पछतावा भी जताया। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि शनिवार को पुलिस द्वारा आरोपी हरेंद्रपाल सिंह का चालान कर दिया गया।

आठ जुलाई 2022 को एसीएमओ डॉ. सुशील कुमार ने शामली रोड पर शकुंतला हॉस्पिटल पर छापा मारा था। स्वास्थ्य विभाग को यहां महिला का गलत ऑपरेशन करने की शिकायत मिली थी। जांच, पड़ताल के दौरान हॉस्पिटल में भारी अनियमितता मिलने पर सील लगा दी गई थी। जबकि स्टाफ फरार हो गया था। बाद में स्वास्थ्य विभाग की ओर से हरेंद्रपाल सिंह की डिग्री जांच के लिए उप्र मेडिकल काउंसिल लखनऊ भेजी गई थी, जो फर्जी मिली थी। इसके बाद एसीएमओ डॉ. जाहिद अली त्यागी ने हरेंद्रपाल सिंह के विरूद्ध फर्जी डिग्री मामले में रिपोर्ट दर्ज करायी थी। इसके अलावा आरोपी हरेंद्रपाल सिंह पर जनपद बागपत के थाना छपरौली में भी एक नर्सिंग होम में भी फर्जी डिग्री पर रजिस्ट्रेशन लेने का आरोप है, जिसके विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज है।

फर्जी डिग्री मामले में गिरफ्तारी के बाद आरोपी की पत्नी गुंजन व मां कमलेश सिंह ने हरेंद्रपाल सिंह को बेकसूर बताया है। आरोप लगाया है कि बागपत में सीएमओ कार्यालय में कार्यरत एक कर्मचारी ने लालच देकर फर्जी डिग्री बनवाई है। उन्होंने षड्यंत्र के तहत फंसाने का आरोप लगाया है।