शामली। जिले की चीनी मिलों का पेराई सत्र समाप्त होने में सिर्फ 50 दिन बाकी रह गए हैं। खेतों में खडे़ गन्ने का सर्वेक्षण शुरू हो गया है। शामली सहकारी गन्ना समिति क्षेत्र की छह चीनी मिलों में से तीन के सर्वेक्षण में बेसिक कोटे से एक लाख क्विंटल अधिक होना पाया गया है। ऊन और शामली चीनी मिलों का नौवां पक्ष शुरू होने पर खेतों में खड़े गन्ने का सर्वे शुरू होगा।
जिले की चीनी मिलों का गन्ना पेराई सत्र एक नवंबर से शुरू होकर दस मई तक समाप्त होता था। गन्ना विभाग के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2021-22 में जिले की चीनी मिल 332.08 लाख क्विंटल गन्ना 1151.65 करोड़ रुपये में खरीद कर दस मई तक बंद हो गई थी। इस साल जिले की चीनी मिलों का पेराई सत्र एक नवंबर से शुरु हुआ था। इस साल जिले की चीनी मिलों ने 12 मार्च तक 252.81 लाख क्विंटल गन्ना 784.32 करोड़ रुपये का खरीदा है। कीट रोग लगने से गन्ने की फसल 20 से लेकर 25 प्रतिशत प्रभावित हुई है। खेतों में खड़े बेसिक कोटे से अधिक गन्ने का सर्वेक्षण चीनी मिलों की ओर से शुरु हो गया है।
शामली गन्ना समिति क्षेत्र में शामली, ऊन, थानाभवन, भैसाना, खतौली, तितावी चीनी मिल को गन्ना आपूर्ति होता है। शामली गन्ना सहकारी समिति के विशेष सचिव मुकेश राठी के मुताबिक मुजफ्फरनगर जिले की खतौली, भैसाना, और थानाभवन चीनी मिल क्षेत्र का 9वां और 10वां पक्ष शुरु होने के बाद बेसिक कोटे से अधिक खेतों में खड़े गन्ने का चीनी मिल की ओर से गन्ना सर्वेक्षण कराया गया। जिसमें खतौली चीनी मिल क्षेत्र में 20 हजार क्विंटल, थानाभवन चीनी मिल का 25 हजार क्विंटल, भैसाना में पांच हजार क्विंटल गन्ना अधिक पाया गया है।
ऊन चीनी मिल का बेसिक कोटे से अधिक खेतों में खड़े गन्ने का सर्वेक्षण शुरू हो गया है। यहां अतिरिक्त मिलने की संभावना है। मुजफ्फरनगर जिले की तितावी मिल में अधिक गन्ना होने की जानकारी मिली है। शामली और तितावी मिल का गन्ना सर्वेक्षण अभी कराया जाएगा। शामली चीनी मिल के एजीएम गन्ना दीपक राणा ने बताया कि शामली चीनी मिल का बेसिक कोटा 1.16 करोड़ क्विंटल गन्ने का है। पिछले साल शामली चीनी मिल 1.07 करोड़ क्विंटल गन्ने की पेराई की थी।
इस साल दो खरीद केंद्र बहावड़ी-बी और हसनपुर खरीद केंद्रों का ढाई लाख क्विंटल गन्ना खतौली चीनी मिल को जाने के बाद क्षेत्र कम हुआ है। इस साल शामली चीनी मिल एक करोड़ क्विंटल गन्ना पेराई करके बंद हो जाएगी। डीसीओ विजय बहादुर सिंह ने बताया कि बेसिक कोटे से अधिक खेतों में खडे़ गन्ने की किसानों को पर्ची देकर पेराई की व्यवस्था कराई जाएगी। खेतों में खड़े गन्ने की पेराई होने के बाद चीनी मिलें बंद होंगी।
थानाभवन गन्ना समिति के सचिव भास्कर सिंह रघुवंशी ने बताया कि समिति क्षेत्र में एक से डेढ़ लाख क्विंटल गन्ना बढ़ रहा है। थानाभवन चीनी मिल का 8 अप्रैल तक पेराई सत्र पूरा हो जाएगा। मार्च के आखिर में गन्ना क्रय केंद्र बंद होने लगेंगे।
ऊन सहकारी गन्ना समिति के सचिव अजित सिंह ने बताया कि समिति क्षेत्र में करीब 14 लाख क्विंटल गन्ना अधिक है। जिसमें ऊन चीनी मिल का गन्ना करीब 13 क्विंटल गन्ना है। चीनी मिल शत-प्रतिशत गन्ने की पेराई करके ही बंद होंगी।