शामली । देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या फिर से बढ़ने लगी है। ऐसे में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है। विदेश से आने वालों की जांच फिर से शुरू कर दी गई है। जिले में करीब एक हजार लोगों की औसतन जांच हो रही है। जिले में करीब दो माह से कोई कोरोना का कोई केस नहीं है। सभी पाबंदियां हट चुकी हैं तो लोग भी सावधानी नहीं बरत रहे हैं। मास्क भी अब लोग नहीं लगा रहे हैं। लेकिन देश में कोरोना के बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है। तीसरी लहर पर पूरी तरह नियंत्रण के बाद विदेश से आने वाले यात्रियों की निगरानी बंद हो गई थी। शासन स्तर से सूची भी नहीं मिल रही थी। लेकिन फिर से यह व्यवस्था शुरू हो गई है। तीन दिन में सात विदेश यात्री की सूची प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त हुई। इनमें से पांच के सैंपल हो गए हैं। लेकिन एक व्यक्ति शामली न आकर, किसी दूसरे शहर में गए हैं। जबकि एक यात्री भी शामली से बाहर चले गए हैं।

कोरोना की तीसरी लहर में 29 दिसंबर से संक्रमित मिलने शुरू हुए थे और जनवरी में संक्रमण की गति तेज हो गई थी। हालांकि केस जितनी तेजी से बढ़े थे, उतनी ही तेजी से कम भी हुए थे। 19 मार्च को जिला कोरोनामुक्त हो गया था। इसके बाद से कोई संक्रमित नहीं मिला है।

पहली और दूसरी लहर के मुकाबले तीसरी लहर कम घातक रही। कुल 3732 संक्रमित मिले और तीन संक्रमित की मौत हुई। कोविड चिकित्सालय में एक अर्धसैनिक बल के जवान कुछ आइसोलेट रहे थे। अन्य कोई मरीज भर्ती नहीं रहा।

जिला संयुक्त अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. सफल कुमार का कहना है कि जिला संयुक्त अस्पताल में बने कोविड चिकित्सालय में कुल 200 बेड हैं। पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट (पीकू) भी तैयार है। चार आक्सीजन प्लांट भी लग चुके हैं।

कोरोना की जांच पहले से ही करीब एक हजार लोगों की प्रतिदिन होती है। शासन से विदेश से आने वाले यात्रियों की सूची मिलनी लगी है। उनसे संपर्क कर जांच को सैंपल लिए जा रहे हैं। बीएसएल-2 लैब अब जिले में है तो काफी सैंपलों की आरटी-पीसीआर जांच यहीं हो जाती हैं।