शामली। निकाय चुनाव में सभी प्रत्याशियों ने अपनी जीत के लिए पूरे जोर लगाए, लेकिन मतदान समाप्त होने तक काफी हद तक तस्वीर साफ हो गई। शामली नगर पालिका में भाजपा और गठबंधन में कड़ी टक्कर दिखाई दी। अन्य प्रत्याशी मुकाबले से बाहर रहे। लेकिन मतदान प्रतिशत कम होना भाजपा के लिए खतरे की घंटी है। परिणाम क्या होंगे, यह 13 मई को मतगणना के दिन ही पता चलेगा।
कैराना और एलम में निर्दलियों के बीच त्रिकोणीय मुकाबला दिखाई दे रहा है। इन सीटाें पर गठबंधन ने अपने प्रत्याशी मैदान में नहीं उतारे थे। कैराना में निर्दलीय प्रत्याशी जाकिरा बेगम, शमशाद अंसारी और राशिद अली के बीच मुकाबला रहा। एलम में निर्दलीय प्रत्याशी रीना उर्फ मेघा, अंजलि और संगीता के बीच मुकाबला देखने को मिला। इसके अलावा कांधला में टक्कर सपा और भाजपा में रही। जिसमें सपा का पलड़ा भारी दिखाई दिया। थानाभवन में भाजपा प्रत्याशी अंजलि शर्मा और निर्दलीय प्रत्याशी मुशयदा के बीच मुकाबला दिखाई दिया। जलालाबाद में मुकाबला गठबंधन प्रत्याशी अब्दुल गफ्फार उर्फ पप्पू और बसपा प्रत्याशी जहीर हसन के बीच रहा। ऊन में भी त्रिकोणीय मुकाबला रहा। यहां मुकाबला भाजपा प्रत्याशी सतेंद्र चिकारा, राष्ट्रीय लोक दल प्रत्याशी अशोक कुमार और निर्दलीय प्रत्याशी प्रदीप चौधरी में देखने को मिला।
गढ़ीपुख्ता में गठबंधन प्रत्याशी प्रमोद कुमार और भाजपा के नरेश सैनी के बीच कांटे की टक्कर
दिखाई दी। बनत में गठबंधन प्रत्याशी कुसुम और भाजपा की बबली के अलावा निर्दलीय प्रत्याशी राजदुलारी के बीच कड़ा मुकाबला रहा। झिंझाना में मामला सबसे अधिक उलझा रहा। यहां से सपा आदिल नवाज, भाजपा से सुरेशपाल कश्यप और निर्दलीय नौशाद ठेकेदार के साथ ही हाजी फिरोज खान के बीच मुकाबला रहा।