शामली। भुगतान न होने से नाराज किसानों के सब्र का पैमाना अब छलकने लगा है। किसानों ने कर्मचारियों को बाहर निकालकर मिल में ताले जड दिए।

बेमियादी धरने पर बैठे किसानों और महिलाओं ने मिल के कर्मचारियों और मजदूर के प्रवेश गेट, गन्ना विभाग, प्रशासनिक कार्यालय, जनरल कार्यालय पर तालाबंदी की। इस दौरान नारेबाजी करते हुए किसानों ने चीनी मिल के मजदूरों को बाहर निकाल दिया।

वहीं, भाकियू अराजनैतिक के संरक्षक एवं गठवाला खाप के चौधरी राजेंद्र मलिक ने मिल में पहुंचकर भूख हड़ताल पर बैठे किसानों को जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया।

धरने में जयवीर झाल, चरण सिंह ब्रहमखेड़ा, धर्मेंद्र सिभांलका, पंकज सरोहा, दगापुर, इंद्रपाल आचार्य हसनपुर, विकास भैसवाल, कृष्णपाल सिंभालका, जगवीर फौजी, बाबा राजवीर मलिक लांक, अंकित भैसवाल, वीरपाल मलिक, श्योरान, कर्मवीर कसरेवा मौजूद रहे।

उधर, चीनी मिल के वाइस प्रेसीडेंट सुशील चौधरी ने कलक्ट्रेट में एडीएम वित्त एवं राजस्व संतोष कुमार सिंह से मिलकर अवगत कराया कि किसानों की ओर से तालाबंदी किए जाने से चीनी मिल में मरम्मत कार्य प्रभावित हो रहा है। चीनी उठान के लिए ट्रांसपोर्ट की परेशानी हो रही है। यदि समय चीनी मिल की मरम्मत नही हुई तो चीनी मिल का पेराई सत्र देरी से शुरू हो सकता है।

गन्ना सहकारी समिति परिसर में खाप चौधरियों के नेतृत्व में सर्व खाप समन्वय किसान मंच का पांचवें दिन बेमियादी धरना जारी रहा। बलराज सिंह झाल की अध्यक्षता में बेमियादी धरने को सहारनपुर जिले के पूर्व मंत्री एवं सांसद यशपाल सिंह के पौत्र परीक्षित सिंह, पिंडौरा के जितेंद्र चौधरी चेयरमैन, हरेंद्र सिंह, भाकियू एनसीआर के राष्ट्रीय सचिव कपिल खाटियान आदि ने समर्थन दिया।

धरना स्थल पर पहुंचे तहसीलदार सदर संदीप कुमार त्रिपाठी ने किसानों को अवगत कराया कि शामली गन्ना समिति कार्यालय में बैठे धरनारत किसानों को वार्ता के लिए डीएम रविंद्र सिंह ने 15 अक्तूबर को बुलाया है।

धरना स्थल पर शामली चीनी मिल के जीएम केन बलधारी सिंह, संजय कालखडे, श्यामसिंह थांबेदार, शोकेंद्र मलिक भैसवाल, रविंद्र लांक, संजीव हसनपुर, सजीव सिलावर मौजूद रहे। संचालन बहादुर सिह लिलौन ने किया।