शामली। पिछले सीजन के भुगतान की मांग को लेकर आंदोलन करने पर मजबूर जिले के किसानों के लिए एक ओर बुरी खबर है। जिले की चीनी मिले शुरु होने में एक बडी परेशानी आ खडी हुई है।

किसानों के धरने के बावजूद अपर दोआब चीनी मिल शामली ने एक नवंबर से पेराई सत्र चालू करने की तैयारी शुरू कर दी है। नए पेराई सत्र में चीनी मिलों के गन्ना खरीद केंद्रों की आवंटित सूची 25 अक्तूबर के बाद लखनऊ गन्ना विभाग से जारी हो सकती है।

नए पेराई सत्र के मद्देनजर चीनी मिलों की कम गन्ना रिकवरी मिल मालिकों के सामने परेशानी खड़ कर सकती है। चीनी मिलों के नए पेराई सत्र चालू करने के मद्देनजर जिले की सभी गन्ना समितियों से खरीद केंद्रों की सूची लखनऊ गन्ना विभाग को भेजी जा चुकी है।

सहारनपुर मंडल के गन्ना उपायुक्त एवं सभी डीसीओ लखनऊ में जाकर गन्ना आयुक्त कार्यालय जाकर खरीद केंद्रों की फीड बैक दे चुके हैं। गन्ना आयुक्त से विचार विमर्श के बाद 25 अक्तूबर के बाद चीनी मिलों के खरीद केंद्रों की सूची जारी हो सकती है।

वहीं चीनी मिलों के पेराई सत्र के लिए थानाभवन चीनी मिल का बायलर पूजन और बायलर अग्नि प्रज्वलित तीन दिन पूर्व हो चुकी है। 28 अक्तूबर को मिल का पेराई सत्र चालू हो जाएगा। हालांकि जिले की लैब में गन्ना टेस्टिंग के दौरान चीनी मिलों की कम गन्ना रिकवरी आई है।

जिले के गन्ना विभाग के रिकार्ड के मुताबिक शामली चीनी मिल में गन्ना रिकवरी आठ प्रतिशत, थानाभवन चीनी मिल की गन्ना रिकवरी 8.15 प्रतिशत और ऊन चीनी मिल सात प्रतिशत आई है। कम गन्ना रिकवरी चीनी मिलों के लिए नए पेराई सत्र होने में मुसीबत खड़ा कर सकती है। यदि अगले सप्ताह बारिश हुई और चीनी मिलों की रिकवरी और कम हुई तो चीनी मिलें पेराई सत्र आगे बढ़ा सकती हैं।

शामली चीनी मिल का बायलर पूजन 15 अक्तूबर को होने की जानकारी मिली थी। चीनी मिल में किसानों का धरना जारी होने और मिल और डिस्टलरी की तालाबंदी के कारण बायलर पूजन की तिथि आगे बढ़ गई है। मिल के वाइस प्रेसीडेंट सुशील चौधरी ने बताया कि एक नवंबर से शामली मिल का पेराई सत्र चालू होगा।