शामली। मेरठ-करनाल हाईवे पर पटनी परतापुर के पास टोल प्लाजा का निर्माण होगा। जिसके बाद इस हाईवे पर वाहन दौड़ाने के लिए भी लोगों को जेब ढीली करनी पड़ेगी। टोल प्लाजा और हाईवे निर्माण के लिए 2673.55 मीटर भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। जिला प्रशासन ने टोल प्लाजा और हाईवे निर्माण के लिए अवार्ड घोषित कर दिया है।

108 किमी लंबा मेरठ-करनाल हाईवे का निर्माण अखिलेश सरकार में जिले के लोक निर्माण विभाग ने कराया था। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनने के बाद मेरठ-करनाल हाईवे समेत दिल्ली-सहारनपुर, पानीपत-खटीमा हाईवे एनएचएआई को हस्तांतरित कर दिए गए थे। इसके बाद मेरठ-करनाल हाईवे का चौड़ीकरण का प्रस्ताव तैयार करके एनएचएआई की बागपत इकाई ने तैयार करके केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय को भेजा था। जिसमें टोल प्लाजा की व्यवस्था की गई थी। जिसमें जिले के पटनी परतापुर गांव के पास टोल प्लाजा प्रस्तावित है।

पिछले एक साल से निर्माण कंपनी बिड़ौली यमुना पुल से टपराना गुर्जरपुर बाईपास, दूसरी ओर सिंभालका बाईपास से मेरठ कंकरखेड़ा बाईपास तक चौड़ीकरण, हाईवे पर पुलिया और पुलों का निर्माण करा रही है। एनएचएआई के कंसलटेंट प्रेमशंकर शर्मा ने बताया कि मेरठ-करनाल हाईवे के टोल प्लाजा का निर्माण पटनी परतापुर गांव में कराया जाएगा। हाईवे और टोल प्लाजा निर्माण के लिए 2673.55 मीटर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। टोल प्लाजा निर्माण के लिए 2673.55 मीटर भूमि का अवार्ड हो चुका है। भूमि का मुआवजा वितरण करने के बाद अधिग्रहण की कार्रवाई पूरी कर ली जाएगी। अगले साल 31 मार्च 2023 तक मेरठ-करनाल हाईवे का निर्माण पूरा किए जाने का निर्माण एजेंसी दावा कर रही है।

दूसरा टोल प्लाजा अंबेहटा याकूबपुर में हो रहा है तैयार
दिल्ली-शामली-सहारनपुर हाइवे का जिले में टोला प्लाजा अंबेहटा याकूबपुर में निर्माण एजेंसी द्वारा तैयार कराया जा रहा है। टोल प्लाजा भवन का तेजी से कार्य किया जा रहा है। ज्यादातर कार्य पूरा हो चुका है। बिजली कनेक्शन के लिए इसी सप्ताह कार्रवाई की जाएगी। हाईवे निर्माण के बाद वाहनों पर टोल वसूली व्यवस्था लागू होगी।