शामली। जनपद में भारतीय किसान यूनियन के संगठन में लगातार बेकाबू हो रही गुटबंदी पर भाकियू हाईकमान ने कडा एक्शन लिया है। भाकियू नेतृत्व ने बडी कार्यवाही करते हुए जिले की ग्राम स्तर से लेकर जिला स्तर तक की कार्यकारिणी भंग कर दी है।

उल्लेखनीय है कि लंबे समय से भाकियू के जिलाध्यक्ष पद पर रहे कपिल खाटियान की भाकियू एनसीआर के राष्ट्रीय सचिव पद पर तैनाती कर दी गई थी। जिले में भाकियू की कमान कालेंद्र सिंह को सौंपी गई। कालेंद्र सिंह मलिक के कार्यकाल में भाकियू में गुटबंदी हो गई थी।

भाकियू के वरिष्ठ कार्यकर्ता देवराज पंवार समेत कई कार्यकर्ताओं को भाकियू जिलाध्यक्ष कालेद्र मलिक ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था। भाकियू नेता कपिल खाटियान ने जिलाध्यक्ष कालेंद्र मलिक के निर्णय पर आपत्ति प्रकट करते हुए बहाल कराया था।

भाकियू कार्यकर्ताओं में गुटबंदी खत्म करने और संगठन को मजबूत करने के लिए भाकियू के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की पांच सदस्यीय समिति की रिपोर्ट तलब की थी। आखिर पांच सदस्यीय की रिपोर्ट पर केंद्रीय कार्यालय ने शामली जिले के भाकियू कार्यकारिणी, पदाधिकारियों, युवा, महिला पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी को भंग कर दिया है। जिले में भाकियू नियुक्ति समिति के विचार विमर्श के बाद भाकियू मेन, महिला और युवा पदाधिकारियों की घोषणा की जाएगी।